मानसून का सीजन जहां पर जारी है वहीं पर इस मौसम में हर किसी को सोने का काफी मन होता है जिसमें अगर आपको भी नींद आती रहती है और सो जाते है कभी आपने सोचा है आखिर ऐसा ही क्यों होता है मानसून के दिनों में। इसके पीछे कोई आलसीपन कहता है तो कोई इसकी कई वजहें हो सकती है।
बारिश के मौसम में नींद आने की वजह मेलाटोनिन स्लीप हार्मोन भी हो सकता है जहां पर धूप नहीं मिलने के चलते हमारे शरीर को विटामिन डी नहीं मिल पाता है। इसमें ऐसा होता है कि, जब हम धूप में होते है तो इसका स्त्राव कम होता है जिससे आप आपको नींद नहीं आती है और आंखे खुली रहती है। यहां पर अंधेरा होने पर रक्त स्त्राव बढ़ जाता है जो थकान को बढ़ाता है इससे नींद की शिकायत होती है।
बारिश के मौसम में धूप कम निकलने और दिनभर बादल छाए रहने के कारण लोगों को कम ही धूप मिल पाती है। ऐसे में धूप शरीर को नहीं मिलने पर हमारी बॉडी का क्लॉक बिगड़ जाता है और शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है। इससे आलस की वजह से नींद आती है।
बारिश के मौसम में कभी पानी गिरता है तो कभी धूप और गर्मी महसूस होती है इससे मौसम में ह्यूमिडिटी की समस्या काफी बढ़ जाती है। उमस के दौरान गर्मी से पसीने और थकान की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में जिस वजह से एलर्जी हो जाती है.ऐसे में आप रातभर परेशान रहते हैं और सो नहीं पाते, जिसके कारण आपको दूसरे दिन भी नींद आती रहती है.
बारिश के मौसम में, गर्मागर्म खाने का मन होता है चाय के साथ पकोड़े के चटकारे लेना नहीं भूलते, ऐसे में हाई फैट वाली चीजें खाने से अचानक ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है वहीं ये इतनी ही स्पीड से नीचे भी गिरता है, इसके चलते शरीर में उर्जा की कमी हो जाती है और आपको नींद आने लगती है।
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। Paliwalwani.com इसकी पुष्टि नहीं करता।