WhatsApp : वॉटसऐप ने भारत (india) में 71 लाख से ज्यादा अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसा पहली बार है जब वॉट्सऐप ने किसी देश में एक साथ इतने साले अकाउंट को बैन किया है. आपको बता दें भारत में वॉट्सऐप के 50 करोड़ यूजर्स है. वॉट्सऐप के अनुसार ये बैन कंपनी की अनुपानल रिपोर्ट के आधार पर लगाया गया है, जिसमें इन अकाउंट में कुछ ऐसी एक्टिविटी देखी गई जो कंपनी के नियमों के खिलाफ है. आपको बता दें वॉट्सऐप इससे पहले भी भारत सहित दूसरे देशों में इस तरह के बैन लगाता रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 सितंबर, 2023 से 30 सितंबर, 2023 के बीच 71,11,000 WhatsApp अकाउंट पर बैन लगा दिया गया था. इनमें से 25,71,000 अकाउंट को यूजर्स की तरफ से कोई रिपोर्ट आने से पहले ही प्रोएक्टिवली बैन कर दिया गया था.
भारत में 50 करोड़ से अधिक यूजर्स के साथ, वॉटसऐप देश का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. सितंबर में, वॉटसऐप को भारत में रिकॉर्ड 10,442 शिकायत रिपोर्ट प्राप्त हुईं. इनमें से 85 पर कार्रवाई की गई, जिसका अर्थ है कि इन खातों को प्रतिबंधित कर दिया गया या बहाल कर दिया गया.
कंपनी के अनुसार, 'इस यूजर सिक्योरिटी रिपोर्ट में प्राप्त यूजर शिकायतों और वॉटसऐप द्वारा की गई कार्रवाई के साथ-साथ हमारे प्लेटफॉर्म पर दुरुपयोग से निपटने के लिए वॉटसऐप की अपनी निवारक कार्रवाइयों का विवरण शामिल है.' इसके अलावा, कंपनी को सितंबर में देश में शिकायत अपीलीय समिति से छह आदेश मिले और उन्होंने इसका अनुपालन किया.
लाखों भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स को सशक्त बनाने के लिए केंद्र ने हाल ही में शिकायत अपीलीय समिति (जीएसी) लॉन्च की है जो सामग्री और अन्य मुद्दों के संबंध में उनकी चिंताओं को देखती है. नवगठित पैनल, बिग टेक कंपनियों पर लगाम लगाने के लिए देश के डिजिटल कानूनों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है, जो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के फैसलों के खिलाफ उपयोगकर्ताओं द्वारा की गई अपील पर गौर करेगा. जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में वॉट्सऐप और भी अकाउंट को बंद कर सकता है.
WhatsApp ने कहा है, जिन अकाउंट्स पर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई नहीं की जाती है, उन्हें अकाउंट्स एक्शनड कहा जाता है. किसी भी अकाउंट पर कार्रवाई करने का मतलब किसी अकाउंट पर बैन लगाना या फिर पहले से लगे बैन को हटाना है. रिपोर्ट के अनुसार, WhatsApp पर जो भी शिकायत दर्ज की जाती है, उन पर जवाब दिया जाता है. केवल उन्हीं शिकायतों को छोड़ा जाता है जिन्हें पहले ही हल किया जा चुका है.