देश के लगभग सभी जिलों में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश के सभी राज्यों में मानसून की बारिश देखने को मिल रही है। कुछ क्षेत्रों में जल्दी मानसून के पहुंचने का पूर्व अनुमान जताया गया है। वहीं पहाड़ी क्षेत्रों पर बारिश की गतिविधि शुरू हो गई है। गरज चमक के साथ वज्रपात का पूर्वानुमान जारी किया गया है। उत्तराखंड हिमाचल सहित जम्मू कश्मीर ,लद्दाख में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
मौसम विभाग द्वारा इस वर्ष सामान्य मानसून का पूर्वानुमान जताया गया था। वही 5 जुलाई से दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधि बढ़ने वाली है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले कुछ दिन से दिल्ली और एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत में मानसून अपनी कमजोर स्थिति में देखने को मिल रहा था। वहीं पंजाब के कुछ ऐसे सहित हरियाणा के अलग-अलग इलाकों और उत्तरी राजस्थान के कुछ खंडों में बारिश देखी जा रही थी। 5 जुलाई के बाद मौसम बदलेगा। इन राज्यों में 4 जुलाई तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी जबकि 5 जुलाई के बाद बारिश में तीव्रता आएगी। अरब सागर से आ रही नम हवाओं के कारण इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि बढ़ने वाली है।
मौसम विभाग के मुताबिक आधा दर्जन से अधिक राज्य में 5 जुलाई के बाद मौसम में महत्वपूर्ण परिवर्तनों के हवा की गति में बदलाव आएगा। इसके साथ ही हवा की दिशा में भी बदलाव आने के आसार नजर आ रहे हैं। उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित राजधानी दिल्ली और गुजरात के क्षेत्रों में अति भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। तापमान में दो से 3 फीसद की गिरावट भी रिकॉर्ड की जाएगी।
गुजरात और महाराष्ट्र में बारिश के कारण लोगों का हाल बेहाल है। एक साइक्लोनिक सरकुलेशन उत्तर प्रदेश और आसपास के नीचे और मध्य स्तर पर निर्भर है। जिसके कारण से उत्तर प्रदेश से सहित राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाके में मौसम परिवर्तन के आसार बन रहे हैं।मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 6 जुलाई के बीच अलग-अलग जगह पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया जबकि मध्यप्रदेश में 5 और 6 जुलाई के बीच बादल के बरसने के साथ ही वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गई है। उत्तर प्रदेश में 4 से 6 जुलाई के बीच अलग-अलग जगह पर भारी बारिश हो सकती है जबकि पश्चिम उत्तर प्रदेश में 7 जुलाई तक अति भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। उत्तराखंड में 6 जुलाई तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई। इस दौरान लोगों को भूस्खलन से सतर्क रहने की भी सलाह दी गई है।
गुजरात और मध्य महाराष्ट्र में अगले 5 दिनों के दौरान कई जगह पर भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। मूसलाधार बारिश के बीच लोगों को सतर्क करने की सलाह दी गई है। अति भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही तेज रफ्तार हवा चलने का भी पूर्वानुमान जारी किया गया है। प्री मानसून एक्टिविटी सहित मानसूनी बारिश से मौसम सुहावना बना हुआ है। वहीं तापमान में तीन से पांच फीसद की गिरावट देखने को मिल रही है।
उत्तर प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है जबकि बिहार में पटना सासाराम समेत कई जिलों में गरज चमक बारिश और तेज हवा का भी पूर्वानुमान जताया गया है। झारखंड सहित पश्चिम बंगाल के 40 से 50 जिलों में अति तेज बारिश और बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। 12 से 15 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी। वही राजस्थान हरियाणा पंजाब के जिन इलाकों में मानसून नहीं पहुंचा, उन इलाकों में 5 जुलाई के बाद मानसून की देखने को मिलेगी। उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश सहित केरल, तमिलनाड रायलसीमा सहित अंडमान निकोबार दीप समूह में 12 जुलाई तक मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई है। आसमान में बादल छाए रहेंगे इसके साथ ही तेज हवा चल सकती है।
पूर्वी राज्यों की बात करे तो असम मेघालय मणिपुर नागालैंड मिजोरम सहित क्षेत्रों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को इन क्षेत्रों में भूस्खलन से सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है । असम में बाढ़ जैसी गतिविधि निर्मित हुई है कई लोगों को विस्थापित किया जा चुका है।
जिन क्षेत्रों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी करते हुए मौसम विभाग द्वारा लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उसमें कोकन गोवा मध्य महाराष्ट्र में अगले 5 दिनों में अति तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा गुजरात में भी अति भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। गुजरात के बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए हैं। 30 घंटे में 10 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। वहीं तीसरी बार बदरीनाथ हाईवे को बंद किया गया है। 24 घंटे में बिहार समेत राज्य में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।
उत्तराखंड में बद्रीनाथ हाईवे 13 घंटे से बंद है। वही नाले में पानी भरने के कारण इसे बंद किया गया है। पिछले 1 हफ्ते में तीसरी बार बंद हुआ है। जबकि हिमाचल में पिछले 1 हफ्ते में 24 लोगों की मौत हो गई है। गुजरात के जूनागढ़ कक्ष जामनगर वलसाड सूरत सहित अन्य जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात निर्मित हुए हैं। एसडीआरएफ को रेस्क्यू और रिलीफ ऑपरेशन के लिए तैनात किया गया है।