अगर आपका ज्यादा खर्च हेल्थकेयर से जुड़ी चीजों आदि में होता है तो यह खबर आपके लिए है. इस खबर को पढ़कर आपको एक बार को झटका तो जरूर लग सकता है. इन सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है कि इस बार के बजट में मोदी सरकार की तरफ से हेल्थकेयर पर 5 प्रतिशत का टैक्स लगाया गया है. इस मैसेज को पढ़कर अधिकतर लोग यही समझ रहे हैं कि सरकार की तरफ से नया टैक्स लगाया गया है. लेकिन यह हकीकत नहीं है.
यदि आपके पास भी कोई इस तरह का मैसेज आया है तो आपको इसकी हकीकत जरूर जाननी चाहिए. वायरल हो रहे मैसेज का जब पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) किया गया तो इसकी हकीकत सामने आई. फैक्ट चेक में पाया गया कि यह दावा पूरी तरह फर्जी है. साथ ही पीआईबी फैक्ट चेक में बताया गया कि ट्वीट के साथ जुड़ा लेटर साल 2011 का है और इसे गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.
सरकार की आधिकारिक फैक्ट चेकर 'पीआईबी फैक्ट चेक' (PIB Fact Check) ने लोगों से ऐसे किसी भी प्रकार के भ्रामक संदेश को फॉरवर्ड करने से मना किया है. PIB Fact Check की तरफ से उपरोक्त संदेश के बारे में बताया गया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है. सरकार की तरफ से ऐसा कोई भी आदेश नहीं दिया गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज में हेल्थकेयर पर सरकार की तरफ से अतिरिक्त टैक्स लगाने का दावा किया जा रहा है. इस मैसेज में सरकार ने नए टैक्स को वापस लेने की भी मांग की जा रही है. लेकिन यह हकीकत नहीं है. मैसेज में दावा किया गया कि 2023 के बजट के दौरान ही सरकार ने 5 प्रतिशत टैक्स लगाया है. लेकिन इसमें कुछ भी हकीकत नहीं है.