नई दिल्ली. सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार हमेशा हमारी मदद कर रही है. हम सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हैं. सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने आज 6 अगस्त 2021 शुक्रवार को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की. वही स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से भी मिले. उन्होंने सीरम इंस्टीट्यूट को सहायता देने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि कंपनी कोविशील्ड का उत्पादन बढ़ाने का प्रयास कर रही है ताकि मांग पूरी की जा सके. उन्होंने कहा कि कोई वित्तीय संकट नहीं है. सरकार मदद कर रही है और उम्मीद करते हैं कि वयस्कों के लिए अक्टूबर तक बाजार में कोवोवैक्स का टीका आ जाएगा. पूनावाला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वयस्कों के लिए कोवोवैक्स अक्टूबर में शुरू हो जाएगा और यह डीसीजीआई की मंजूरी पर निर्भर करता है. उन्होंने बताया कि यह दो खुराक वाला टीका होगा और शुरू करने के वक्त इसकी कीमत तय की जाएगी. बच्चों के टीका के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा बच्चों के लिए कोवोवैक्स अगले वर्ष शुरू होगा और ज्यादा संभावना है कि जनवरी-फरवरी तक शुरू हो जाए.
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने आगे कहा कि हम लगातार वैक्सीन क्षमता बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. बच्चों के टीका के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, बच्चों के लिए कोवोवैक्स अगले वर्ष शुरू होगा और ज्यादा संभावना है कि जनवरी-फरवरी तक शुरू हो जाए. सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा को सूचित किया कि कोविशील्ड टीके की मासिक उत्पादन क्षमता 11 करोड़ खुराक से बढ़ाकर 12 करोड़ से अधिक करने और कोवैक्सीन की क्षमता हर महीने ढाई करोड़ खुराक से बढ़ाकर करीब 5.8 करोड़ करने की योजना है. स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार ने लोकसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 16 जनवरी से पांच अगस्त तक कोविशील्ड की 44.42 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की, वहीं भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन की 6.82 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की.
देश में टीकों के विनिर्माण या उत्पादन की क्षमता से संबंधित प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा जैसा कि निर्माताओं ने बताया है कि कोविशील्ड की मासिक उत्पादन क्षमता 11 करोड़ खुराक प्रति माह से बढ़ाकर 12 करोड़ से अधिक प्रति माह करने की वहीं कोवैक्सीन की उत्पादन क्षमता ढाई करोड़ खुराक प्रति माह से बढ़ाकर करीब 5.8 करोड़ खुराक प्रति माह करने की योजना है.