नई दिल्ली. विवेक जैन
बागपत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधीक्षक व प्रमुख समाजसेवी डाक्टर विभाष राजपूत ने यूनेस्को की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में 195 देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों के समक्ष विश्व की सबसे बड़ी डिजीटल स्वास्थ्य सेवा ई-संजीवनी का प्रदर्शन किया।
इस बैठक का आयोजन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के भारत मंडपम प्रगति मैदान में किया गया। डाक्टर विभाष राजपूत वर्ष 2023 में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में भी अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन कर चुके है। डाक्टर विभाष राजपूत अद्धभुत प्रतिभा के धनी व्यक्ति है और वह किसी भी विषयवस्तु को बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत करते है, जिससे लोगों को आसानी से विषयवस्तु समझ में आ जाती है।
उनकी इसी प्रतिभा को देखते हुए उनको उत्तर प्रदेश राज्य से यूनेस्को की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में विश्व की सबसे बड़ी डिजीटल स्वास्थ्य सेवा ई-संजीवनी का प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया गया। डाक्टर विभाष राजपूत ने अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर ई-संजीवनी को सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया और उनके द्वारा ई-संजीवनी के प्रदर्शन को देश-विदेश से आये मेहमानों ने अत्यन्त सराहा और डिजीटल इंड़िया की प्रशंसा की।
डाक्टर विभाष राजपूत ने बताया कि 21 जुलाई वर्ष 2024 से 31 जुलाई वर्ष 2024 तक उन्होंने भारत मंडपम प्रगति मैदान नई दिल्ली में यूनेस्को की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में ई-संजीवनी का प्रदर्शन किया। कहा कि 11 दिनों तक सुबह 9 बजे से रात्रि 9 बजे तक लगातार 12 घंटो तक ई-संजीवनी के प्रदर्शन को जिस प्रकार विश्वभर में सराहा गया, उससे उनकी थकान पलभर में दूर हो गयी और मन को जो आत्मिक शांति मिली उसको वे बयां नही कर सकते।
डाक्टर विभाष राजपूत ने कहा कि उनके लिए देश सर्वोपरि है और उनके पास जो भी कुछ है वह सब कुछ देश के लिए न्यौछावर है। इस अवसर पर डाक्टर विभाष राजपूत ने मिनिस्ट्री ऑफ इलैक्ट्रानिक एंड़ इन्फोरमेशन टेक्नॉलाजी भारत सरकार के सेक्रेटरी एस कृष्णन, एड़िशनल सेक्रेटरी भुवनेश कुमार व अभिषेक सिंह, ज्वाइंट सेक्रेटरी संकेत भोंडवे, सुधा मूर्ति, सागर नाईक मुले, निक बूकर जैसी महान हस्तियों व जार्जिया, मारीशस, सेनेगल, फिनलेंड़, अजरबेजान, यूके, स्वीडन, फ्रांस सहित अनेकों देशों के डेलिगेटस के साथ लिए चित्रों को साझा किया।