सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों से इस बारे में जानकारी मिली है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने बताया है कि एक निश्चित अवधि पर होने वाले लेवरफोर्स सर्वे (PLFS) के मुताबिक, 2018-19 में बेरोजगारी दर 5.8 फीसदी और 2017-18 में यह 6.1 फीसदी थी.
बता दें पिछले 4 सालों से लगातार बेरोजगारी दर में गिरावट देखने को मिल रही है. पीएलएफएस (PLFS) की सालाना रिपोर्ट (जुलाई, 2020 से जून, 2021) में कहा गया है कि बेरोजगारी दर (यूआर) 2020-21 में 4.2 फीसदी रहीय यह 2019-20 में 4.8 फीसदी थी.
आपको बता दें कुल कार्यबल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत को बेरोजगारी दर (यूआर) कहा जाता है. आंकड़ों से पता चला है कि बेरोजगारी दर में पिछले चार सालों के दौरान 2020-21 (जुलाई से जून) कमी आई है. हालांकि, इसकी रफ्तार धीमी रही है.