नई दिल्ली :
डीसीपी अनिल यादव ने बताया कि दिव्य दरबार को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल लगाया गया था। भगदड़ नहीं मची थी। भीड़ और अधिक गर्मी के कारण कुछ महिलाएं और बुजुर्ग असहज स्थिति में आ गए थे। उन्हें तत्काल पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। अभी तक सभी लोग डिस्चार्ज कर घर भेज दिए गए हैं।
बाबा के दिव्य दरबार के मुख्य आयोजक शैलेंद्र शर्मा का कहना है, यहां पर किसी भी तरह की कोई भगदड़ नहीं मची है। जो भी वीडियो सामने आए हैं, उनको गलत तरीके से पेश किया गया है। यहां हमारे और प्रशासन के अनुमान से ज्यादा लोग आ गए। उसी की वजह से थोड़ी दिक्कत हुई, अब सब कुछ ठीक है।
दरबार में अर्जी लगाने की होड़ मची थी। भीड़ बेकाबू हो गई। बताया जा रहा है कि वीआईपी पास से पीछे छोटे से गेट से एंट्री करवाई जा रही थी, वहां पर बिजली के तार होने से एक महिला को करंट लगा है। घायल हुए लोगों में ज्यादातर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं हैं। फिलहाल पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है। पंडाल में अभी भी 1 लाख से ज्यादा लोग कथा सुनने के लिए मौजूद हैं।
कार्यक्रम के लिए आयोजकों तीन पंडाल लगाए थे और तीनों भर गए थे। पंडाल के बाहर भी भक्तों की भीड़ लगी रही। बड़ी संख्या में VVIP पास जारी किए गए थे, लेकिन भीड़ को देखते हुए VIP एंट्री पहले ही बंद कर दी गई थी।
दोपहर 12 बजे से पहले ही दिव्य दरबार में पांच लाख से अधिक लोग पहुंच चुके थे। इसके बाद भी श्रद्धालुओं का दिव्य दरबार में आना लगातार जारी रहा। धीरेंद्र शास्त्री की एक झलक पाने के लिए कार्यक्रम स्थल पर हालात बेकाबू हो गए।
स्थिति को देख पुलिस ने श्रद्धालुओं से दिव्य दरबार के समाप्त होने की बात कही। श्रद्धालुओं से घर जाने का अनुरोध किया। लोगों से कहा गया कि वे घरों से ही प्रवचन सुनें। टीवी पर उनका कार्यक्रम आ रहा है।