नई दिल्ली | Bank Privatisation से संबंधित बड़ी जानकारी सामने आ रही है. भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और सरकार, आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगी. केंद्र सरकार ने LIC को अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने की मंजूरी दे दी है. 9 जुलाई को डिपार्टेमंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) ने कहा कि कैबिनेट कमिटी ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) ने भी अपनी तरफ से स्टेक सेल को मंजूरी दे दी है. LIC अब IDBI में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगी. इसके साथ ही मैनेजमेंट का ट्रांसफर भी होगा.
फिलहाल IDBI एक प्राइवेट सेक्टर की बैंक है और इसमें सरकार की हिस्सेदारी 45.5 फीसदी है. जबकि LIC की शेयरहोल्डिंग 49.24 फीसदी और नॉन-प्रमोटरों की हिस्सेदारी 5.29 फीसदी है. हालांकि, DIPAM ने कहा कि IDBI बैंक की कितनी हिस्सेदारी बेची जाएगी यह कई चीजों पर निर्भर करेगा. DIPAM ने कहा, "जब ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया शुरू होगी तो निवेशकों की दिलचस्पी के हिसाब से तय किया जाएगा."
डिपार्टमेंट ने यह भी साफ किया कि LIC के साथ-साथ सरकार भी अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगी. इस डील के लिए एक ट्रांजैक्शन एडवाइजर भी नियुक्त किया जाएगा. बता दें कि मनीकंट्रोल पहले ही इसकी जानकारी दी थी कि केंद्र सरकार IDBI Bank में अपनी पूरी 26 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है.