नई दिल्ली :
बैंक कर्मचारियों को जल्दी बड़ी राहत मिल सकती है। दरअसल उनके वेतन में 15की वृद्धि को को प्रस्तावित किया गया है। इसके साथ ही पांच दिवसीय कार्य सप्ताह लागू करने के बारे में भी चर्चा की जा रही है। जल्द ही बैंक कर्मचारियों को इसका लाभ दिया जा सकता है।
भारतीय राज्य संचालित और पुराने निजी पीढ़ी के बैंक कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित 15वेतन वृद्धि सहित पांच दिवसीय कार्यरत सप्ताह लागू करने के बारे में चर्चा की जा रही है। भारतीय बैंक संघ ने बढ़ोतरी का सुझाव दिया है लेकिन यूनियन द्वारा इसके लिए अधिक बढ़ोतरी की मांग की जा रही है। पीएनबी जैसे कुछ बैंकों ने 15वेतन वृद्धि के लिए धनराशि अलग रखी है। माना जा रहा है बैंक कर्मचारियों के महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र के कारण आगामी आम चुनाव से पहले समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के साथ ही देश के लाखों बैंक कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही उन्हें सप्ताह में केवल 5 दिन कार्य करना होगा। इतना ही नहीं उन्हें वेतन वृद्धि में 15का लाभ दिया जा सकता है। इंडियन बैंक एसोसिएशन द्वारा 15बदोशी का प्रस्ताव रखा गया लेकिन कहा जा रहा है कि यूनियन बदलाव के साथ ज्यादा बढ़ोतरी की मांग कर रही है। कुछ बैंक द्वारा वेतन वृद्धि के लिए उच्च प्रावधान करना भी शुरू कर दिया गया है।
10 सितंबर तिमाही में 10वृद्धि के लिए बजट बनाने की वजह दिल्ली मुख्यालय द्वारा ऋण दाताओं ने 15वृद्धि के लिए धनराशि अलग रखी है। कर्मचारियों और यूनियन का तर्क है कि बैंक ने हाल के वर्षों में मुनाफे में अच्छी वृद्धि देखी है और कर्मचारियों द्वारा कोरोना के दौरान काम करने सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए ऋणदाताओं को पटरी पर लाने के लिए प्रयास किए गए, वह सार्थक साबित हुए हैं। ऐसे में वह बेहतर मुआवजे के हकदार हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि आम चुनाव होने से पहले बैंक कर्मचारियों को बड़ी राहत दी जा सकती है और उनके वेतन में न्यूनतम 15की वृद्धि की जा सकती है। कार्य सप्ताह लागू किया जा सकता है। बता दे कि इससे पहले 2020 में आखिरी वेतन समझौता संपन्न हुआ था। जिसके बाद बड़ी संख्या में बैंक कर्मचारी लाभान्वित हुए थे।