indore पुलिस ने किया सबसे बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश : दलाल को पता नहीं कितनी लड़कियां की सप्लाई
अपराध
Published by: Paliwalwani
Updated Thu, 25 Nov 2021 09:38 PM
हाइलाइट्स :
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देह व्यापार गिरोह का सरगना मामून हुसैन मुंबई से गिरफ्तार
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मामून ने बांग्लादेश से पांच हजार लड़कियों की सप्लाई भारत में की
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मामून हुसैन नाम और धर्म बदलकर भारत में रह रहा था, 20 हजार रुपये का था इस पर इनाम
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विजय दत्त के नाम से भारत में इसे बनवा रखे थे पहचान पत्र
इंदौर : बांग्लादेशी युवतियों (Bangladeshi Girls Supply In India) को मानव तस्करी के जरिए भारत भेजकर उन्हें देह व्यापार में धकेलने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए एमपी पुलिस ने इसके सरगना और आठ सदस्यों को बुधवार को गिरफ्तार किया. गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस के मुताबिक, गुजरे 10 साल में यह गिरोह बहुत बड़ी तादाद में बांग्लादेशी युवतियों को अवैध तौर पर सरहद पार कराते हुए देह व्यापार के लिए भारत के अलग-अलग हिस्सों में भेज चुका है. एसपी आशुतोष बागरी ने इंदौर में बताया कि गिरोह के गिरफ्तार सरगना की पहचान बांग्लादेशी नागरिक मामून हुसैन (41) के रूप में हुई है. इन दिनों वह मुंबई में रह रहा था.मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर पुलिस ने अब तक के सबसे बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है. अब तक का सबसे बड़ा दलाल विजय दत्त उर्फ मोमिन को पकड़ा है. उसने दलाली का नेटर्वक पूरे भारत में 5 हजार से ज्यादा लड़कियां सप्लाई कर चुका है. ये दलाल बांग्लादेशी है, जो भारत में 10 साल से अपना नाम और धर्म परिवर्तन करके यहां गिनौना धंधा चला रहा था. लड़कियों की आड़ में वो मादक पदार्थों भी सप्लाई कर रहा था. उसकी पत्नी बांग्लादेश में समाज कल्याण के नाम पर एक छळव् बनाकर उसकी आड़ में बांग्लादेश से लड़कियां भेजती थी. ये दलाल भारत का राशन कार्ड, पासपोर्ट तक बनवा चुका है और एक शादी भारत में भी कर चुका है.
- दो युवतियों समेत कुल सात आरोपि गिरफ्तार : इंदौर की विजय नगर पुलिस ने अब तक के सबसे बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने दो युवतियों समेत कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह का मुख्य सरगना विजय दत्त उर्फ़ मोमिन है जो बांग्लादेश का रहने वाला है. इस गंदे धंधे में मोमिन की पत्नी भी शामिल थी. काम इतने शातिराना तरीके से चल रहा था कि किसी को भनक तक न लग पाए. मोमिन की पत्नी बांग्लादेश में एक एनजीओ की आड़ में लड़कियों को फंसाती थी और फिर उन्हें भारत में भेजकर देह व्यापार में फंसा देती थी.
- 5 हजार युवतियों का सौदा : विजय दत्त उर्फ मोमिन का रैकेट कितना फैला हुआ था इसका अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि वो अब तक पांच हजार से ज्यादा लड़कियों को भारत के विभिन्न हिस्सों में देह व्यापार के लिए भेज चुका है. गिरोह का खुलासा होने के बाद कई गोपनीय सुरक्षा एजेंसी अलर्ट पर आ गई हैं.
- 21 लड़कियां को एक साथ पकड़ा था पूर्व में : इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस ने एक साल पहले एक सेक्स रैकेट का खुलासा कर 21 युवतियों को मुक्त कराया था. सभी ने एक ही बात कही थी कि उन्हें विजय दत्त उर्फ मोमिन बांग्लादेश से चोरी के रास्ते बॉर्डर क्रॉस कर इंदौर भेजता था. लेकिन सालभर तक विजय दत्त को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी. इसी महीने पुलिस ने एक और सेक्स रैकेट पकड़ा. इसमें भी बांग्लादेशी युवतियां मिलीं. उन लड़कियों ने भी मोमिन का नाम लिया. इससे पुलिस का संदेह पुख्ता हो गया कि विजय दत्त उर्फ मोमिन ही भारत भर में लड़कियों का सबसे बड़ा सप्लायर है.
- ऐसे पकड़ा गया मोमिन : पुलिस ने विजय दत्त उर्फ़ मोमिन को पकड़ने के लिए एक टीम बनाई. वो लगभग एक सप्ताह से मुंबई में डेरा डाले हुए था. पुलिस भी उसे ढूंढती हुई पहुंच गई. मोमिन को भनक लगी तो वो भागकर इंदौर आकर छुप गया. लेकिन पुलिस तो उस पर लगातार नजर बनाए हुए थी. इसलिए मोमिन यहां पकड़ा गया.
- दलाल को पता नहीं कितनी लड़कियां भारत लाया : पुलिस ने विजय दत्त उर्फ़ मोमिन के कब्जे से 14 मोबाइल फोन और एमडीएमए मादक पदार्थ जब्त किया है. पूछताछ में उसने कबूल किया है कि उसने जाली दस्तावेज तैयार करवाए हैं और वह भारत के विभिन्न हिस्सों में लड़कियां सप्लाय करता है. वो अब तक इतनी लड़कियां सप्लाई कर चुका है कि उनकी संख्या भी नहीं बता पा रहा. लेकिन इतना जरूर कहा कि यह संख्या हजारों में होगी.
- एक दिन में एक लड़कीयों का करता था षोषण : विजय दत्त उर्फ़ मोमिन झांसा देकर बांग्लादेश बॉर्डर से चोरी छुपे युवतियों को भारत लाता था. फिर उन्हें नशीला पदार्थ देकर फांस लेता था और देह व्यापार के लिए मजबूर कर देता था. नया देश और भाषा होने के कारण लड़कियां किसी से शिकायत नहीं कर पाती थीं. गिरोह इसी का फायदा उठा रहा था. वो एक लड़की को एक दिन में कम से कम आधा दर्जन ग्राहकों के पास भेजता था. उसके बाद उन्हें नशे की लत लगाता था. ताकि उनकी सेक्स की क्षमता और बढ़ सके और वह विरोध भी नहीं कर सकें.
- वैध दस्तावेज भी मिले लड़कियों के पास : लड़कियों के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं होता था, इसलिए मोमिन उन्हें डराता था कि यदि यहां से जाने की कोशिश की तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेगी. रैकेट में शामिल विजय उर्फ़ मोमिन की पत्नी बांग्लादेश में महिला कल्याण के नाम पर एनजीओ चला रही थी. उसी की आड़ में ये देह व्यापार चल रहा था. गरीब लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर फंसाया जाता था.
- कोड वर्ड में सौदा में दलाली का धंधा : विजय दत्त उर्फ़ मोमिन और गिरोह के अन्य सदस्य एक दूसरे से फोन पर युवतियों के बारे में चर्चा नहीं करते थे. बल्कि गाड़ी अर्थात लड़की और भाड़ा अर्थात ग्राहक जैसे कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे. मोमिन युवतियों से कभी मिलता नहीं था. अक्सर नाम बदलकर फोन पर बात करता था. एक फोन को भी अधिकतम तीन दिन से अधिक नहीं चलाता था. आरोपी ने देश भर में अपने कई एजेंट्स तैयार किये हैं.
- देह व्यापार के साथ मादक पदार्थ : लड़कियों के जरिए ही वो एमडीएमए मादक पदार्थ की तस्करी भी करने लगा था. विजय ने भारत में ही रहकर एक अन्य युवती से शादी भी कर ली थी. उसने भारत के कई दस्तावेज भी तैयार करवा लिए थे. इसमें राशनकार्ड, वोटर कार्ड, लायसेंस और पासपोर्ट भी शामिल हैं. वो इसी पासपोर्ट के माध्यम से हवाई यात्रा भी कर चुका है.
- गुजरात की सबसे ज्यादा लड़कियां सप्लाई : विजय दत्त उर्फ़ मोमिन ने सबसे ज्यादा लड़कियां गुजरात के सूरत में सप्लाई कीं. विजय नगर पुलिस ने मोमिन सहित सात आरोपियों को मानव तस्करी, मादक पदार्थो की तस्करी समेत गंभीर अपराध की धाराओं में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब आरोपियों को रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ करेगी. साथ ही आरोपियों से मिले 14 मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जाएगी.
- सुरक्षा एजेंसी अलर्ट : बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह के खुलासे के बाद देश की सुरक्षा एजेंसी अलर्ट पर आ गयी हैं. वह भी इस मामले की तह तक जाने के लिए तस्दीक कर रही हैं. एसपी आशुतोष बागरी के मुताबिक़ यह मामला दो देशों के बीच जुड़ा हुआ है और गंभीर अपराध भी इसलिए उच्च अधिकारियो के निर्देशन में कई बड़े अधिकारियों की टीम को छानबीन में लगाया गया है.
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