नई दिल्ली :
नीरज और आरती इस घर में अपने पिता बलबीर और मांक के साथ रहते थे. बलबीर इस मकान में चौकीदार का काम करता था. शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि दोनों बच्चों ने दोपहर 3 बजे अपने माता-पिता के साथ खाना खाया था. इसके बाद दोपहर 3.30 बजे से दोनों लापता थे.
बच्चों के काफी देर तक लापता होने के बाद उनके माता पिता ने उन्हें ढूंढना शुरू किया था. बाद में दोनों ही उन्हें लकड़ी के एक बक्से में पड़े मिले. क्राइम टीम के मुताबिक बच्चों के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं.
इसी तरह का एक मामला 26 अप्रैल को मध्य प्रदेश भिंड में सामने आया था. जहां 5 साल के मासूम का शव पड़ोसी के घर बंद पड़े कूलर में मिला था. बच्चे के हाथ, पैर और गर्दन रस्सी से बंधे हुए थे. इस घटना के सामने आने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था. हत्या के मामले में पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है कि मासूम टीचर के घर ट्यूशन पढ़ने गया था. इसके बाद घर नहीं लौटा.
जानकारी के मुताबिक मछंड इलाके में रहने वाले सुशील त्रिपाठी का 5 साल का बेटा गुल्लू त्रिपाठी पड़ोस में ही रहने वाले अटल चौरसिया के घर पर ट्यूशन पढ़ने जाता था. बुधवार को भी गुल्लू ट्यूशन पढ़ने गया था. लेकिन जब वह घर वापस नहीं आया तो पिता सुशील अपनी पत्नी अनामिका के साथ बेटे को ढूंढते ट्यूशन टीचर अटल चौरसिया के घर पहुंच गए. यहां उन्हें मालूम हुआ कि उनका बच्चा ट्यूशन पढ़कर घर के लिए जा चुका है.
परिजनों ने बच्चे को आसपास तलाश करना शुरू किया. तभी किसी ने उन्हें बताया कि गुल्लू को अटल चौरसिया के पड़ोस में ही रहने वाले संतोष चौरसिया के घर में जाते हुए देखा गया है. सुशील और अनामिका संतोष चौरसिया के घर पहुंचे यहां उन्होंने बच्चे की को तलाशना शुरू किया. संतोष चौरसिया की घर की दूसरी मंजिल का ताला लगा हुआ था. जब दूसरी मंजिल का ताला खुलवाया तो उन्होंने अंदर देखा कि कमरे में रखे हुए कूलर के अंदर गुल्लू की लाश पड़ी थी और उसके हाथ, पैर तार से बंधे हुए थे और गले में भी रस्सी बंधी हुई थी. तुरंत ही मासूम के अस्पताल ले जाया गया. जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.