बिहार. बिहार के सुपौल में एक गर्भवती महिला और उनके 3 साल के मासूम बेटे को जिंदा जलाकर मार डाला गया है. इस सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का आरोप मृतका के पति और ननद पर लगा है. घटना के बाद से दोनों आरोपी फरार हैं. आग लगाकार जिंदा जलाने की घटना से आसपास सनसनी फैल गई. पड़ोस के लोगों ने स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस भी इस वारदात के बारे में सुनकर सन्न रह गई. फिलहाल इस मामले की छानबीन की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, दरिंदगी की इस वारदात को सुपौल के त्रिवेणीगंज में अंजाम दिया गया. घटना त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के मयुरवा वार्ड-4 की है. बताया जाता है कि आरोप पति ने पहले प्रेग्नेंट पत्नी और 3 साल के बेटे की आंखों पर पट्टी बांधी फिर उन्हें पलंग से बांध दिया. इसके बाद पलंग समेत उन्हें आग के हवाले कर दिया गया. इस घटना में मां-बेटे जिंदा जल गए. साथ ही कोख में पल रहे अजन्मे शिशु भी दुनिया को देखे बगैर इस जहां से चला गया. इस लोकहर्षक घटना के बारे में जानकार आसपास के क्षेत्र के लोग भी सन्न हैं. घटना को अंजाम देने के बाद इस विभत्स घटना के आरोपी मृतका के पति और ननद फरार हैं.
मृतकों की पहचान रंजन देवी (27) और उनके बेटे अशीष रंजन (3 वर्षीय) के तौर पर की गई है. मृतका के परिजनों ने पति और उनकी बहन पर हत्या का सनसनीखेज आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि मृत महिला के पति और ननद ने मां-बेटे को पलंग में बांधकर उन्हें जिंदा जला दिया. आरोप है कि पति और ननद ने दोनों की आंखों पर पट्टी बांधकर उन्हें पलंग से बांध दिया. इसके बाद उन्हें जिंदा ही जला दिया गया.
जानकारी के अनुसार, मृतका के आरोपी पति ने रेलवे ग्रुप डी में नौकरी का जुगाड़ लगाया था. आरोप है कि आरोपी शख्स ने पत्नी से कहा कि वह अपने मायके से 1 लाख रुपये की व्यवस्था करवाए. रंजन देवी ने मायके से पैस मांगने से इंकार कर दिया. इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद चलता रहता था. मृतका के परिजनों का आरोप है कि इसी वजह से उनकी बेटी की हत्या कर दी गई.