एप डाउनलोड करें

छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के घर ED की रेड, बेटे चैतन्य पर कसा शिकंजा, 15 जगहों पर एकसाथ छापेमारी

छत्तीसगढ़ Published by: PALIWALWANI Updated Mon, 10 Mar 2025 11:31 AM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

Chattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। सोमवार को ईडी की टीम ने 15 ठिकानों पर छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में की गई। ईडी की टीम भिलाई स्थित भूपेश बघेल के निवास पर भी पहुंची है। केंद्रीय एजेंसी करीब 2000 करोड़ के एक घोटाले की जांच कर रही है। इसमें तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में आईएएस अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट पर घोटाले के आरोप लगे हैं।

सुबह 7 बजे पहुंची ईडी की टीम

ईडी की टीम सुबह 7 बजे तीन इनोवा कार से भूपेश बघेल के भिलाई तीन मानसरोवर कॉलोनी स्थित बंगला में छापेमारी के लिए पहुंची। इसकी जानकारी मिलते ही कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं की भीड़ भी जुट गई। जानकारी के मुताबिक ईडी की कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए मौजूद सीआरपीएफ जवानों के साथ विवाद भी हुआ। मीडिया कर्मियों को कवरेज से रोके जाने पर कांग्रेसियों ने हंगामा किया।

पहले भी हुई थी छापेमारी

दरअसल इससे पहले भी ईडी ने इस मामले में कई बार छापेमारी की है। ईडी ने मई 2024 में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर समेत कई आरोपियों की लगभग 18 चल और 161 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। इन संपत्तियों को कीमत करीब 205.49 करोड़ रुपये थी।

क्या है पूरा मामला

ईडी के मुताबिक पूरा मामला 2161 करोड़ का है। यह घोटाला 2017 में भूपेश बघेल सरकार का है। ईडी के मुताबिक 2017 में शराब की खरीद और बिक्री के लिए CSMCL बनाई गई थी, लेकिन सरकार बदलने के साथ ही ये सिंडिकेट के हाथ का एक टूल बन गई। आरोप है कि CSMCL से जुड़े कामों के लिए सारे कॉन्ट्रैक्ट इस सिंडिकेट से जुड़े लोगों को ही दिए जा रहे थे। इस मामले में कई अधिकारियों और एक पूर्व मंत्री की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। ईडी कई लोगों की संपत्ति भी अटैच कर चुकी है।

ईडी की टीम अब तक 115 संपत्तियां अनवर ढेबर की अटैच कर रही है। इनकी कीमत 116.16 करोड़ थी। वहीं विकास अग्रवाल की भी 3 संपत्तियां कुर्क की गई थीं। इनकी कीमत भी 1.54 करोड़ थी। ईडी ने अरविंद सिंह की भी 33 प्रॉपर्टी अटैच की जिनकी कीमत 12.99 करोड़ थी।

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next