बॉलीवुड की खूबसूरत अभिनेत्री यामी गौतम (Yami Gautam) ने हाल ही में खुलासा किया है कि वह ‘केराटोसिस पिलारिस’ (Skin Condition Keratosis Pilaris) नाम की एक स्किन कंडिशन से पीड़ित हैं. उन्हें ये परेशानी टीनएज में नजर आनी शुरू हुई थी. साथ ही बताया की उनकी इस बीमारी का कोई इलाज़ भी नहीं है.
ऐसे में एक्ट्रेस यामी गौतम ने सोशल मीडिया पर अपनी स्किन डिजीज के बारे में बताया था और साथ में कई तस्वीरें भी शेयर की थीं. एक एक्ट्रेस के लिए अपनी स्किन के बारे में इस तरह का खुलासा करना कभी भी आसान नहीं होता. लेकिन उन्होंने साहस दिखाते हुए इस बात को स्वीकार किया और सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी बात भी कही.
अब एक्ट्रेस की यह पोस्ट इंटरनेट पर तेज़ी से वायरल हो रही है. यामी ने मिडडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि कैसे स्किन कंडिशन के बारे में बात करना, उनके लिए मुक्त होने के एहसास जैसा था. उन्होंने कहा , ‘यह पोस्ट लिखना मुश्किल नहीं था, यह मुक्त होने या आज़ादी मिलने के एहसास जैसा था. मुझे जिस दिन अपनी त्वचा की बीमारी के बारे में पता चला था, उस वाले दिन से लेकर पोस्ट डालने तक का सफर काफी चैलेंज से भरा रहा था.
जब लोग मुझे शूट पर देखते थे, तो वे इस बारे में बात करते थे कि कैसे इसे छुपाया जा सकता है.’ यामी ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा, ‘यह मुझ पर बहुत अधिक असर डालता था. इसे स्वीकार करने के लिए और अपने आत्मविश्वास को वापस पाने में कई साल लग गए. मैं अपनी पोस्ट पर ओस तरह का रिएक्शन मिलने के बाद अभिभूत थी.’
गौरतलब है कि, ‘केराटोसिस पिलारिस’ एक ऐसी स्किन कंडिशन है, जिसमें इंसान की त्वचा खुरदुरी हो जाती है और उसमे मुंहासों जैसे छोटे-छोटे उभार नजर आने लगते हैं. यामी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया था, जिसमें लिखा था, “मैं आपसे अपना एक सच शेयर करने का साहस जुटा पाई. ओह! मुझे अपने फॉलिकुलिटिस को छुपाने या आंखों के नीचे के हिस्से को और स्मूथ करने या मेरी कमर को और शेप में लाने का मन नहीं कर रहा था! इसके बाद भी, मैं खुद में सुंदर महसूस करती हूं.”
इसके साथ ही एक्ट्रेस खुलासा करती है कि, वह अभी से नहीं बल्कि कई सालों से इस बीमारी से पीड़ित है. साथ ही उन्होंने इस पोस्ट के साथ अपने सभी डर को दूर करने का फैसला किया है. वे आगे लिखती हैं, ‘टीनएज में यह स्किन कंडिशन मेरे शरीर में बनने लगी थी. आज भी इसका कोई इलाज नहीं है. मैंने कई सालों से इसका सामना किया है और आज आखिरकार मैंने अपने सभी डर और इनसिक्योरिटी को दूर करने का फैसला किया है. आज मैं अपनी कमियों को पूरे दिल से अपना रही हूँ.”
आपको बता दें कि, मानव स्किन में जब केरेटिन (keratin) नाम का प्रोटीन बनने लगता है, तब उस तरह की कंडिशन को केराटोसिस पिलारिस कहा जाता हैं. बता दें कि केरेटिन हमारी स्किन को नुकसानदेह चीजों और संक्रमण से बचाता है. इस कंडिशन में हेयर फॉलिकल्स के नीचे केरेटिन इकट्ठा होने लगता है और ऊपर की ओर उठने लगता है. ऐसा क्यों होता है इसका जवाब आज तक डॉक्टर भी नहीं दें पाए है.