Ketu Mangal Yuti 2025: पापी ग्रह केतु को छाया ग्रह माना जाता है, लेकिन ज्योतिष में इसका काफी अधिक प्रभाव होता है। केतु एक निश्चित अवधि यानी करीब 18 माह के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। ऐसे में एक राशि चक्र पूरा करने में करीब 18 साल का वक्त लग जाता है। इस समय केतु कन्या राशि में विराजमान है। लेकिन मई में वह राशि परिवर्तन करके सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। केतु हमेशा वक्री चाल से चलते हैं। ऐसे में वह हमेशा एक राशि पीछे जाते हैं। वहीं, ग्रहों के सेनापति मंगल भी जून माह में राशि परिवर्तन करके सिंह राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे दोनों ग्रहों की युति होगी और अंगारक योग का निर्माण होगा। इस योग को सबसे विध्वंसक योग कहा जाता है जिसका असर 12 राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया पर देखने को मिलने वाला है।
द्रिक पंचांग के अनुसार, पापी ग्रह केतु 18 मई 2025 को शाम 4 बजकर 30 मिनट पर सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वहीं, ग्रहों के सेनापति मंगल 7 जून को सुबह 2 बजकर 28 मिनट पर प्रवेश कर जाएंगे, जिससे सिंह राशि में दोनों ग्रहों की युति हो रही है, जिससे अंगारक योग का निर्माण हो रहा है। इन दोनों ग्रहों का एक साथ आने से आक्रामकता, जोश, ऊर्जा, क्रोध, तेजी आदि में अधिकता होती है। इसके साथ ही अध्यात्म की ओर अधिक झुकाव होता है।
इस राशि के जातकों के लिए केतु-मंगल की युति इच्छाओं की तेजी से वृद्धि कर सकती है। आध्यात्म की ओर आपका झुकाव अधिक हो सकता है। इसके साथ ही समाज में मान-सम्मान की तेजी से वृद्धि हो सकती है। आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल बो सकते हैं। आत्ममंथन करेंगे, जिससे आप अपने बारे में कई नई चीजों को जान सकते हैं। भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है।
इस राशि के लग्न भाव में मंगल केतु की युति हो रही है। ऐसे में इस राशि के जातक उच्च शिक्षा पाने में सफल हो सकते हैं। धार्मिक कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ हिस्सा ले सकते हैं। इसके साथ ही केतु के कारण आप खुद के बारे में काफी जान सकते हैं। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों को लाभ मिल सकता है। किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। जीवन में सुकून आ सकता है। लेकिन किसी भी प्रकार का निर्णय जल्दबाजी में न करें। इससे भविष्य में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
धनु राशि के जातकों के लिए अंगारक योग काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में अपार सफलता हासिल हो सकती है। इस राशि में धनु मंगल की युति नौवें भाव में होने जा रही है। ऐसे में इस राशि के जातक कई धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। लंबी-लंबी तीर्थ यात्रा कर सकते हैं। इसके साथ ही साधना, ध्यान और प्राणायाम पर आपका ध्यान अधिक होगा। जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है। कार्यक्षेत्र में आपका ट्रांसफर हो सकता है या फिर किसी दूसरी जगह पर नौकरी का ऑफर मिल सकता है। परिजनों का पूरा साथ मिल सकता है। संतान पक्ष पर अधिक प्रभाव देखने को मिल सकता है।