ज्योतिष के अनुसार राहु ग्रह की स्थित अगर आपकी जन्मकुंडली में अच्छे स्थान पर है, तो यह आपके के लिए बहुत ही लाभकारी हो सकता है,यहि राहु ग्रह की स्थित आपकी कुंडली में दूसरे स्थान पर होता है, तो यह आपको परेशान कर सकता है।
वहीं जिस जातक की जन्मकुंडली में यह तीसरे स्थान पर होता है, यह उनके लिए लाभकारी माना जाता है। ऐसे जातक प्रभावशाली होते हैं। यह भी मान्यता है कि राहु ग्रह की स्थित जीवन पर अनुकूल और प्रतिकूल दोनों की प्रभाव डालता है। राहु ग्रह के जन्मकुंडली में किस स्थान पर होने से क्या जीवन में क्या प्रभाव पड़ता है और उसके उपाए क्या है। यहां हम बारे में जानकारी बताएंगे।
धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी जातक की जन्मकुंडली में राहु ग्रह चौथे स्थान पर है, तो यह जमीन के कारोबार लाभकारी हो सकता है,लेकिन संबंधों में खटास पैटा कर सकता है। साथ ही धन का सुख नहीं लेने देता है।
ज्योतिष के अनुसार अगर यह आपकी कुंडली में पांचवे स्थान पर है, तो आपके के लिए अच्छा और बुरा दोनों कर सकता है। ऐसा कहा जाता है कि इसके प्रभाव से आप अहंकारी हो सकते हैं।
अगर यह किसी जातक की कुंडली में 8वें स्थान पर है, तो यह आपको मानसिक रूप से परेशान कर सकता है। साथ ही रोग से भी ग्रसित कर सकता हैं।
ज्योतिष के अनुसार जातकों को राहु के तांत्रिक मंत्र ॐ रां राहवे नमः का जाप नियमित रूप से करना चाहिए। राहु के प्रभाव से दूर रहने के लिए शिव की पूजा करनी चाहिए। जल में कुश डालकर स्नान करना चाहिए। पशु-पक्षियों को दाना डाले और पानी पिलाएं।