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दुख दरिद्रता दूर करने और धन संपत्ति के लिए चमत्कारी उपाय

ज्योतिषी Published by: paliwalwani Updated Wed, 16 Jul 2025 01:55 AM
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भारतीय धर्म और संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व है। मंदिर में नारियल फोड़ना या चढ़ाने का रिवाज है, धर्म में वृक्षों के गुण और धर्म की अच्छे से पहचान करके ही उसके महत्व को समझते हुए उसे धर्म से जोड़ा गया है। उनमें ही नारियल का पेड़ भी शामिल है। नारियल को 'श्रीफल' भी कहा जाता है। ऐसा इसकी धार्मिक महत्ता के साथ-साथ औषधीय गुणों के कारण कहा जाता है।

बीमारी या संकट हटाने हेतु : एक साबूत पानीदार नारियल लें और उसे अपने उपर से 21 बार वारकर किसी देवस्थान की आग में डाल दें। यह उपाय आप मंगलवार और शनिवार को ही करें। ऐसा पांच बार करें। ऐसा घर के सभी सदस्यों के उपर से वारकर करेंगे तो उत्तम होगा।

  • लाल कपड़े में नारियल बांधने के पीछे धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताएं हैं। माना जाता है कि इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, घर में सुख-शांति बनी रहती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं, आर्थिक स्थिति में सुधार, लाल कपड़े में नारियल बांधकर मां लक्ष्मी के सामने अर्पित करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। 
  • बुरी नजर से बचाव के लिए, नारियल पर काजल का टीका लगाकर घर के हर कोने में घुमाएं और फिर बुधवार को बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
  • धन लाभ और समृद्धि : 5 लघु नारियल (छोटे नारियल) को पूजाघर में स्थापित करें, केसर का तिलक लगाएं, और 27 बार "ऐं ह्लीं श्रीं क्लीं" मंत्र का जाप करें।
  • कार्य सिद्धि के लिए,घर के मुख्य दरवाजे के अंदर की तरफ नारियल को लाल कपड़े में बांधकर टांग दें।

ऊँकार लब्धि साधना केंद्र : जैन ज्योतिष वास्तु 

तेजस गुरूजी- अमदावाद 

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● Disclaimer :इस लेख में दी गई ज्योतिष जानकारियां और सूचनाएं लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं. इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं. पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. पालीवाल वाणी इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले इससे संबंधित पंडित ज्योतिषी से संपर्क करें तथा चिकित्सा अथवा अन्य नीजि संबंधित जानकारी के लिए अपने नीजि डॉक्टरों से परार्मश जरूर लीजिए. पालीवाल वाणी तथा पालीवाल वाणी मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है.

 

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