Shani Dev Vakri 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि को सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है जिसे कर्मफल दाता, न्याय के देवता से लेकर दंडनायक जैसे नामों से जाना जाता है, क्योंकि वह हर एक जातक को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। आइए जानते इन भाग्यशाली राशियों के बारे में… वैदिक पंचांग के अनुसार, कर्मफल दाता शनि 13 जुलाई को सुबह 9:36 मिनट पर मीन राशि में वक्री हो जाएंगे और करीब 138 दिन तक उल्टी चाल चलेंगे।
इस राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री चाल से चलना काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में अपार सफलता हासिल हो सकती है। लंबे समय से रुके काम एक बार फिर से आरंभ हो सकते हैं। निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इस अवधि में कर सकते हैं। इससे आपको काफी लाभ मिल सकता है। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में खूब सफलता हासिल हो सकती है। शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत हो सकते है। शेयर मार्केट के माध्यम से आपको काफी लाभ मिल सकता है।
इस राशि के जातकों के लिए शनि का उल्टी चाल चलना काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस राशि के लग्न भाव में शनि वक्री होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में अपार सफलता के साथ-साथ धन लाभ हो सकता है। जीवन में लंबे समय से चली आ रही कई समस्याएं दूर हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीत सकता है। अध्यात्म की ओर झुकाव होगा, जिससे आप धर्म कर्म के मामलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही कई धार्मिक स्थल भी जा सकते हैं। आर्थिक स्थिति अच्छी जाने वाली है। लेकिन यात्रा में आपका अच्छा खासा पैसा व्यय होगा। इसी बीच अपनी सेहत का अवश्य ध्यान रखें।
इस राशि के जातकों के लिए शनि का उल्टी चाल चलना लाभकारी हो सकता है। इस राशि के नौवें भाव में शनि वक्री होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में अपार सफलता के साथ-साथ धन लाभ हो सकता है। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। नौकरी-बिजनेस के मार्ग में आपका अच्छा भाग्योदय हो सकता है। धन-संपत्ति के मामले में भी आपको लाभ मिल सकता है। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव अधिक हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता हासिल हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा वक्त बीत सकता है। शिक्षा के क्षेत्र में लाभ मिल सकता है। काम के सिलसिले में कई यात्राएं कर सकते हैं। इनसे भी आपको काफी लाभ मिल सकता है। विदेश से भी शिक्षा या फिर व्यापार के क्षेत्र में लाभ मिल सकता है।