आमेट. देश के मशहूर शायर व कवि आमेट निवासी हस्तीमल "हस्ती" उम्र 76 वर्ष का मुंबई में आज निधन हो गया. प्राप्त जानकारी अनुसार आमेट निवासी हस्तीमल "हस्ती" पिछ्ले करीब 50 वर्षों से मुंबई में निवासरत थे.
उनकी प्यार का पहला खत लिखने में वक्त तो लगता है, चराग दिल का मुकाबिल हवा के रखते हैं, ख्वाब में तेरा आना-जाना पहले भी था आज भी है, दिल में जो मुहब्बत की रोशनी नहीं होती, वो भी चुपचाप है... इस बार किस्सा क्या है, ये कागज़ की कश्ती, बारिश का पानी आदि कई ख्यातीनाम शायरीयो की फनकार से मुंबई महानगर में अपनी अनोखी पहचान कायम की.
हस्ती जी की अनेक ग़ज़लें आज भी फिल्मी दुनिया में पहचान बनाई हुई है. हस्तीमल "हस्ती" की प्रसिद्ध ग़ज़लों को जगजीतसिंह से लेकर पंकज उधास तक सभी से गाया है. हस्ती जी को समस्त शायरी, ग़ज़ल, नज़्म और अन्य विधाओं के सफल लेखन पर महाराष्ट्र सरकार के अलावा अनेक सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक संगठनों ने उत्कृष्ट लेखनी के लिए समय-समय पर मोंमेटो एवं प्रशंसनीय पत्रों के माध्यम से नवाजा गया है. हस्ती जी के निधन की खबर सुनकर मेवाड़ क्षेत्र में शौक की लहर छा गई.
M. Ajnabee, Kishan paliwal