आमेट. समस्त सगरवंशी माली समाज ग्राम भीलमगरा ने एसडीएम के नाम लिखा एक ज्ञापन तहसीलदार पारसमल को देकर माताजी की डोली में आने जाने का रास्ता खुलवाने की मांग की।
नाथुलाल, देवीलाल, भोलीराम, रामचन्द्र, मोतीलाल, शिवलाल, भगवान लाल, नारायणलाल, शंकरलाल, बाबूलाल, सुरेश चन्द्र, गौरी शंकर, बंशीलाल आदि ने दिए ज्ञापन में बताया कि ग्राम भीलमगरा तहसील सरदारगढ जिला राजसमंद मे आबादी क्षेत्र से माताजी की डोली में आने जाने का रास्ता वर्षों पुराना स्थित है, जो रास्ता करीब 8 फीट चौडा है.
जिस रास्ते से माताजी की डोली (खेती की जमीन) आराजी नम्बर 414, 415, 419, 422, 423 में आने जाने के लिए खातेदार काश्तकार उपयोग उपभोग करते आ रहे है. जिस रास्ते के आराजी नम्बर 306 है. इसी रास्ते सभी काश्तकार खेती के लिए साधन भी लाते ले जाते हैं.
बताया गया कि उक्त रास्ते की जमीन पर अवैध रूप से रमेश पिता मांगीलाल जाति आमेटा ब्राहमण निवासी भीलमगरा द्वारा अवैध निर्माण कर रास्ते को बन्द करने पर आमादा है, हम समाज के लोगों द्वारा रमेश आमेटा को समझाने का काफी प्रयास किया. परन्तु वह मानने के लिए तैयार नहीं है. एवं मौके पर रास्ते की जमीन में पक्का निर्माण करा रहा है.
यह कि इससे पूर्व भी रमेश पिता मांगीलाल आमेटा द्वारा उक्त रास्ते की जमीन में अवैध अतिक्रमण कर निर्माण कराने का प्रयास किया गया. जिस पर हम समाज के लोगों द्वारा कार्यवाही हेतु रिपोर्ट दी थी. जिस पर रास्ते की जमीन पर रमेश आमेटा द्वारा किये गये, अवैध निर्माण को रुकवाया गया. एवं मौका पर्चा बनाया गया था.
परन्तु उसके बाद अब रमेश आमेटा द्वारा फिर से रास्ते की जमीन में अवैध रूप से निर्माण कार्य करना चालू कर दिया गया है. हम समाज के लोगो द्वारा मना करने पर भी नहीं मान रहा है एवं मौके पर लडाई झगडा कर माहोल खराब कर रहा है. ज्ञापन में बताया कि कि रमेश आमेटा द्वारा रास्ते की जमीन पर किये जा रहे, अवैध निर्माण को तुरन्त रूकवाया जावे एवं किये गये निर्माण को हटाया जावे तथा रमेश आमेटा को पाबंद किया जावे कि उक्त रास्ते में भविष्य में किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं करे, निर्माण कार्य नहीं करें.