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Shri Ram Janmabhoomi Temple : अयोध्या राम मंदिर के दर्शन के समय में हुआ बदलाव

उत्तर प्रदेश Published by: paliwalwani Updated Sat, 17 Feb 2024 12:51 AM
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उत्तर प्रदेश. 

उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya of Uttar Pradesh) में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन (View of Shri Ram Janmabhoomi Temple) के समय में बदलाव किया गया है. अब दोपहर 12:00 बजे की आरती के बाद 1:00 बजे तक मंदिर बंद रहेगा. आरती के समय भक्तों को दर्शन होंगे, लेकिन आरती के बाद पट बंद कर दिए जाएंगे. लगभग 50 मिनट तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पट दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेंगे. आरती के साथ अब विशेष दर्शन के लिए भी लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. दोपहर को पट बंद रहने के अलावा सुबह 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक दो-दो घंटे के स्लॉट में ऑनलाइन दर्शन पास एलाट किए जाएंगे.

हर 2 घंटे के ऑनलाइन दर्शन स्लॉट के लिए 300 लोग आवेदन कर सकेंगे. ऑनलाइन दर्शन पास प्राप्त करने वालों को रामलला के सुविधाजनक दर्शन हो सकेंगे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों की अनुशंसा से भी प्रत्येक स्लॉट में डेढ़ सौ लोग रामलला का सुविधाजनक दर्शन कर सकेंगे. बताते चलें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इसके अगले दिन यानी 23 जनवरी 2024 को मंदिर को आम लोगों के लिए खोल दिया गया था. उस दिन रिकॉर्ड पांच लाख लोगों ने रामलला के दर्शन किए थे. इसके बाद आने वाले दिनों में भी भक्तों का रेला अयोध्या पहुंच रहा था. 

लिहाजा, उस स्थिति को देखते हुए श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन पूजन का समय बढ़ा दिया गया था. इसके साथ ही आरती के लिए पहले से किए गए ऑनलाइन आवेदनों को भी निरस्त कर दिया गया था. मगर, अब स्थिति में सुधार होने के बाद व्यवस्थाओं को फिर से बहाल किया जा रहा है. बताते चलें कि राम मंदिर के निर्माण का कार्य 15 फरवरी से दोबारा पूरी क्षमता के साथ शुरू हो गया है. प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को देखते हुए 15 जनवरी से एक महीने के लिए काम को रोक दिया गया था और कामगारों को अवकाश दे दिया गया था.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मंदिर निर्माण के दूसरे चरण में इसके ऊपर की तल का निर्माण साल 2024 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. इसी दूसरे तल में राम दरबार की स्थापना की जाएगी. वहीं, परिसर में होने वाले अन्य निर्माण कार्यों के साथ साल 2025 के अंत तक मंदिर निर्माण के शेष कार्य पूरे हो जाएंगे.

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