International Women’s Day: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके परमेट्रो गरीब और वंचित महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सौगात दी।मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने एनजीओ की मदद से इन महिलाओं को मुंशी पुलिया से सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन तक निःशुल्क सफर करवाने की पहल की है।
UPMRC के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि यूपीएमआरसी में हम अंतर को पाटकर महिला कर्मचारियों को पुरुष समकक्षों के बराबर लाने की सोच रखते हैं। हम महिलाओं को अधिक अवसर देने के लिए अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं और उन्हें उच्च जिम्मेदारियां लेने और उनके प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं। यूपीएमआरसी की वर्दी पहनने वाली हमारी महिला कर्मचारी हममें से प्रत्येक में गर्व की भावना पैदा करती हैं।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि यूपीएमआरसी में शुरू से ही महिलाओं ने रेल संचालन विभाग में बढ़- चढ़ कर जिम्मेदारी संभाली है।में भी 28 दिसंबर 2021 को उद्घाटन के अवसर पर ट्रेन संचालक ज्योति शुक्ला ने प्रधानमंत्रीको प्रथम यात्री के रूप में यात्रा करवाई। वर्तमान मेंमेट्रो में महिलाएं मेट्रो संचालन के साथ तकनीकी और प्रशासनिक जिम्मेदारियां भी बखूबी निभा रही हैं।
मेट्रो के कई प्रमुख स्टेशनों पर महिला ऑपरेटर्स और स्टाफ अपनी दक्षता और समर्पण से यात्रियों का भरोसा जीत रही हैं। वर्तमान में यूपीएमआरसी में कार्यरत कुल कर्मचारियों में से लगभग 22महिलाएं हैं। इनमें लखनऊ, कानपुर औरमें महिलाएं आर्किटेक्चर, एचआर, फाइनेंस, ऑपरेशन, सिविल समेत अन्य विभागों में सेवाएं दे रही हैं।
यूपीएमआरसी (UPMRC) महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर है। हर मेट्रो कोच में इमरजेंसी इंटरकॉम (PEI) सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे और कैब सुरक्षा सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा, मेट्रो में महिला कर्मचारियों की तैनाती से यात्रियों को सुरक्षित सफर का भरोसा मिलता है।
यूपीएमआरसी (UPMRC) में 25महिला स्टेशन कंट्रोलर और ट्रेन ऑपरेटर हैं, जो मेट्रो संचालन में सबसे अधिक माइलेज हासिल करने वाली शीर्ष पांच ट्रेन ऑपरेटरों में शामिल हैं।
बता दें, 28 दिसंबर 2021 को कानपुर मेट्रो के उद्घाटन पर ट्रेन ऑपरेटर ज्योति शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रथम यात्री के रूप में यात्रा करवाई थी। लखनऊ मेट्रो की यह पहल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और उनके आत्मविश्वास को मजबूत करने की दिशा में एक अच्छी पहल मानी जा रही है।