उत्तर प्रदेश : गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple Attack) की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर अचानक धारदार हथियार से हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं. अब्बासी से यूपी ATS ने पूछताछ की, मुर्तजा अब्बासी की कई सोशल मीडिया, बैंक खातों का लेनदेन और ऑनलाइन वॉलेट की भी जांच की गई. जिसके बाद बताया गया कि वो आतंकी संगठन आईएसआईएस के लड़ाकों के संपर्क में था.
आतंकी गतिविधि के लिए 8 लाख रुपये : उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इसे लेकर मीडिया को जानकारी दी. जिसमें उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि अभियुक्त मुर्तजा अब्बासी ISIS के लड़ाके और उनसे सहानुभूति रखने वालों के संपर्क में था. अभियुक्त 2014 में बेंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ़्तार ISIS का प्रचार करने वाले मेहदी मसरूर बिस्वास के संपर्क में था. उन्होंने आगे बताया कि आरोपी आतंकी संगठनों के कट्टरपंथी प्रचारकों और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों से प्रभावित था. मुर्तजा ने करीब साढ़े 8 लाख भारतीय रुपए यूरोप और अमेरिका में ISIS संगठन के समर्थकों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों के लिए भेजे थे.
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि अब्बासी ने इंटरनेट के माथ्यम से AK-47, M4 कार्बाइन, मिसाइल टेक्नोलॉजी के बारे में देखा और पढ़ा और एयर पिस्तौल चलाना सीखा. इसकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों का हथियार छीनकर बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश थी. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आतंकवादी एक्टिविस्ट के सामने शपथ ली थी जिसका 2014 में आईएसआईएस में विलय हो गया था. इसके बाद फिर 2020 में शपथ ली.
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