तीज-त्योहार के लिहाज से सितंबर का महीना काफी महत्वपूर्ण है। हिंदू पंचाग में सितंबर को भाद्रपद मास या भादो कहा जाता है। इस माह में भगवान कृष्ण ने धरती पर जन्म लिया था। इसके अलावा गणेश जन्मोत्सव भी इस भाद्रपद माह में ही मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। सितंबर की शुरुआत कजरी तीज के साथ हुई थी। तो आइए अब जानते हैं कि सितंबर यानी भाद्रपद माह में कौन-कौनसे प्रमुख व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं।
हिंदू पंचाग के अनुसार, इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर 2023 से शुरू होगा। वहीं गणपति विसर्जन 28 सितंबर 2023 को किया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी तिथि को गणेश जी का जन्म हुआ था। गणेश उत्सव के दौरान भक्तगण बप्पा की मूर्ति स्थापित करते हैं और पूरे 10 दिन विधि-विधान के साथ गणपति जी की पूजा-अर्चना करते हैं।
हर साल भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। हर बार की तरह इस बार भी दो दिन जन्माष्टमी मनाई जाएगी। 6 और 7 सिंतबर दोनों दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। गृहस्थ जीवन जीवन वाले 6 सितंबर और वैष्णव संप्रदाय 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाएंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में हुआ था।
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस बार हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर 2023 को रखा जाएगा। कहते हैं कि हरतालिका तीज व्रत अविवाहित कन्याओं द्वारा अच्छे पति की प्राप्ति के लिए और विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सौभाग्य में वृद्धि के लिए करती हैं। हरतालिका तीज सौभाग्यवती स्त्रियां अपने सुहाग को अखंड बनाए रखने के लिए करती हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। paliwalwani.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।)