हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा का त्योहार मनाया जाता है। इस बार यह त्योहार बुधवार, 5 अक्टूबर 2022 को पड़ रहा है। इस दिन हर कोई रावण का पुतला बनाकर उसे जलाता है। यह अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक होता है। एक मान्यता ये भी है कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था।
इसलिए इस दिन पूजा-पाठ और दान जैसी चीजों का बहुत महत्व होता है। यह दान पूर्ण रूप से गुप्त होना चाहिए तभी आपको इसका अत्यधिक लाभ मिलता है।
1. अनाज: दशहरे के दिन किसी भी प्रकार का अनाज दान करना काफी शुभ माना जाता है। इस दिन आप किसी जरूरतमंद शख्स को अनाज का दान करें। इससे आपके घर अन्नपूर्णा देवी का हमेशा वास रहेगा। घर में बरकत बनी रहेगी। आप या आपका परिवार कभी भूखा नहीं सोएगा। घर में संपन्नता आती रहेगी।
2. जल: ‘कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, अब अमृत पिलाने से क्या फायदा?’ यह लाइनें आप ने जरूर सुनी होगी। शास्त्रों में जल दान को काफी बड़ा और पुण्य वाला दान माना गया है। जब भी कोई व्यक्ति प्यासा हो तो उसे पानी पिलाना चाहिए। यदि किसी इलाके में लोग जल अभाव से ग्रस्त हैं तो उनकी पानी की सहायता करनी चाहिए। इससे आपको पुण्य मिलता है और जीवन के संकट दूर होते हैं।
3. कपड़े: दशहरे के दिन आपको कपड़ों का दान भी जरूर करना चाहिए। आप किसी ब्राह्मण या गरीब को कपड़े दान कर सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि ये कपड़े काले, भूरे या गहरे रंग के नहीं होना चाहिए। आप चाहें तो गरीब बच्चों को भी कपड़े दिला सकते हैं। वहीं बूढ़े लोगों को कपड़ों का दान करना भी काफी शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख, शांति और समृद्धि रहती है।
4. झाड़ू: दशहरे के दिन झाड़ू का दान भी किया जाता है। यह दान आपको पूर्ण रूप से गुप्त रखना होगा। आप किसी गरीब व्यक्ति, संस्थान या मंदिर में झाड़ू का दान कर सकते हैं। इस दिन आप चोरी से चौराहे पर झाड़ू छोड़ भी सकते हैं। ये झाड़ू नई और पुरानी दोनों हो सकती है। विजयादशमी पर झाड़ू का दान करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। फिर आपको पूरे साल पैसों की कोई दिक्कत नहीं आती है।
इसके अलावा दशहरे पर सुंदरकांड का पाठ करवाना भी काफी अच्छा माना जाता है। इससे घर में खुशहाली आती है। बुरी शक्तियां दूर चली जाती है। मानसिक रोगों से मुक्ति मिल जाती है। घर में पैसा और बरकत बनी रहती है।