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पंजाब में 12वीं की परीक्षा में छात्रों से पूछा ऐसा प्रश्न की भड़क गई BJP, भगवंत सरकार पर लगाए आरोप

राज्य Published by: PALIWALWANI Updated Tue, 11 Mar 2025 01:04 PM
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पंजाब बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में AAP के बारे में सवाल पूछने पर विवाद खड़ा हो गया है।सरकार सोमवार को विवादों में तब घिर गई, जब विपक्ष ने उस पर पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित 12वीं कक्षा की परीक्षा में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के बारे में सवाल डालकर युवाओं के मन को प्रभावित करने का आरोप लगाया।

भाजपा ने दावा किया कि 4 मार्च को आयोजित राजनीति विज्ञान की परीक्षा में दो प्रश्न पूछे गए थे – एक आप की स्थापना के वर्ष से संबंधित था और दूसरा उसकी नीतियों और कार्यक्रमों से संबंधित था।

पंजाब में भाजपा के मीडिया प्रमुख विनीत जोशी ने भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार पर युवा दिमागों को अपने पक्ष में करने के लिए शिक्षा विभाग का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। जोशी ने कहा, “यह AAP द्वारा सत्ता का खुला दुरुपयोग है। शिक्षा विभाग सत्ताधारी प्रतिष्ठान के मुखपत्र की तरह काम नहीं कर सकता। शिक्षा विभाग की बैसाखी का उपयोग करके संभावित मतदाताओं के दिमाग को प्रभावित नहीं किया जा सकता।”

पहले भी राजनीतिक दलों के बारे में इस तरह के सवाल पूछे गए थे- PSEB

हालांकि कई प्रयासों के बावजूद राज्य के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस से संपर्क नहीं हो सका लेकिन पीएसईबी के कई अधिकारियों ने कहा कि पहले भी अन्य राजनीतिक दलों के बारे में भी इसी तरह के सवाल पूछे गए थे। पंजाब की क्षेत्रीय पार्टियाँ कक्षा 12 के राजनीति विज्ञान के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं। इस अध्याय में SAD और AAP का उल्लेख है।

नीट-पीजी में देरी को लेकर कांग्रेस ने उठाया सवाल

वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर नीट-पीजी में देरी को लेकर सवाल उठाए। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि स्नातकोत्तर मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिले में देरी अस्वीकार्य है और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को बताना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस देरी का खामियाजा 80 हजार उम्मीदवारों को भुगतना पड़ रहा है।

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “नीट पीजी परीक्षा के परिणाम पिछले साल 23 अगस्त 2024 को घोषित किए गए थे। आज 11 मार्च 2025 है, यानी परीक्षा परिणाम आए सात महीने हो गए, लेकिन अब तक दाखिले पूरे नहीं हुए हैं। 80,000 मेडिकल पीजी उम्मीदवारों को इस देरी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। यह देरी अस्वीकार्य है।” रमेश ने सवाल किया कि जेपी नड्डा, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?

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