राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या ने पूरे देश को दहला दिया है। बीजेपी के नेताओं ने इसे आतंकवादी वारदात बताया है। कन्हैयालाल को मौत के घाट उतारने वाले मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद दोनों सिर्फ जिहादी मानसिकता की वजह से कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या नहीं की बल्कि इसे प्रचारित कर दहशत फैलाने के लिए वीडियो जारी कर इसकी जिम्मेदारी भी ली। इनके मंसूबे कितने खतरनाक थे, इस बात को कन्हैयालाल के साथ काम करने वाले ईश्वर ने बयां किया है।
कन्हैयालाल पर जब खंजर से हमला हुआ तो ईश्वर उन्हें बचाने आए थे लेकिन हमलावरों ने ईश्वर पर भी खंजर चला दिया, जिससे वो बुरी तरह घायल हो और जान बचाने के लिए दुसरी दुकान में जा छिपे। ईश्वर इस समय अस्पताल के सर्जरी वार्ड के आईसीयू में भर्ती हैं उन्हें 20 टांके लगे हैं।
ईश्वर ने इस जघन्य वारदात की जो आंखो देखी बताई है वो किसी को भी दहला देने के लिए काफी है। ईश्वर ने बताया कि मंगलवार को दो युवक उनकी दुकान पर आए। दोनों अपने साथ लाए कपड़े को काउंटर पर रखते हुए कन्हैयालाल से कहा वो झब्बा पायजामा सिलवाना चाहते हैं, क्या वो सिल सकते हैं। दोनों युवकों के पूछने पर कन्हैयालाल ने कहा कि क्यों नहीं…जरूर सिल जाएंगे। इसके बाद कन्हैयालाल नाप लेने के लिए आगे बढ़े और एक युवक का नाप लेने लगे।
तभी अचानक कन्हैयालाल की जोर से चिल्लाने की आवाज आई। कन्हैयालाल की दुकान पर काम करने वाले ईश्वर और राजकुमार दोनों उनकी तरफ भागे तो एक युवक ने ईश्वर को खंजर मार दिया। ईश्वर तो इस कदर भयभीत थे कि उन्हें मालूम ही नहीं चला कि उनके ऊपर हमला हुआ है, वो जान बचाने के लिए दूसरी दुकान में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उनके हाथ से खून बह रहा है।
घायल ईश्वर ने बताया कि कन्हैयालाल का व्यवहार सभी लोगों से बहुत अच्छा था। वो 10 साल से उनकी दुकान में उनके अच्छे व्यवहार की वजह से ही काम कर रहे थे। ईश्वर के मुताबिक कन्हैयालाल अपने ग्राहकों को भगवान की तरह मानते थे और कहा करते थे कि कपड़े ऐसे सिलों की व्यक्ति सज जाए। आपको बता दें कि जेहादी प्रवृति के दो युवकों ने कन्हैयालाल की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उनके 8 साल के मासूम बेटे से उनके मोबाइल से नुपूर शर्मा के समर्थन वाली पोस्ट सेंड हो गई थी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।