कोटा :
देश की अनेक कृषि शोध संस्थानों और विश्वविद्यालय से बहुत से प्रगतिशील किसान जुड़े हैं। यह इन संस्थानों के वैज्ञानिकों की शोध के अनुसार उनकी दी गई सलाह पर खेती में नए प्रकार के प्रयोग करते हैं। इससे इन किसानों को बड़ा लाभ पहुंचा है। इतना ही नहीं यह अपने साथ के किसान जो उनकी जैसी ही परिस्थितियों में खेती करते हैं, उसने अधिक आय अर्जित कर रहे हैं।
अपने किसान साथियों के अनुभवों को जानते हुए हाड़ौती का किसान भी नई प्रकार की खेती, उपकरणों, बीजों, उर्वरक तथा वैज्ञानिक सलाह को अपनाने के लिए आगे आए, इसके लिए ही प्रगतिशील किसानों को भी कृषि महोत्सव में आमंत्रित किया गया है।
इसके साथ ही कृषि महोत्सव में खेती के क्षेत्र में नवाचार कर रहे 75 स्टार्टअप भी आएंगे। इन स्टार्टअप्स ने अपनी नई सोच से खेती के क्षेत्र में नई क्रांति ला दी है। इनके उत्पादों और सेवाओं को किसान अपनी आंखों से देखें और अनुभव कर सकें, इसके लिए भी मेले में समुचित व्यवस्था की गई है।
कृषि स्टार्टअप मेले में कृषि से जुड़ी नई तकनीक, ऑग्रेनिक खेती और कृषि बेस्ड उत्पादों के संबंध में विशेषज्ञ किसानों को प्रशिक्षण देंगे। किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए विशेष सत्रों का आयोजन किया जाएगा। किसानों को नई टेक्नालॉजी व आधुनिक कृषि यंत्रों को अपनाने और उनके उपयोग पर भी प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे खेती को और अधिक लाभकारी बना सकें।
कृषि महोत्सव में भाग लेने के इच्छुक किसानों के पंजीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। कृषि विभाग के कृषि पर्यवेक्षक ग्रामी पंचायत स्तर पर किसानों के ऑफ़ लाइन पंजीकरण कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त ऑनलाइन पंजीकरण के लिए भी एक गूगल फाॅर्म बनाया गया है। ऑफ़लाइन तथा ऑनलाइन पंजीकरण पूरी तरह निशुल्क है।