पाली की 5 महीने की बच्ची जब बड़ी होगी और अगर उसे पता चला कि उसके साथ क्या हुआ था तो शायद अपने घरवालों से यही सवाल करेगी। उन घरवालों से जिन्होंने सिर्फ समाज के सवालों के डर से 8 दिन तक ये बात छिपाए रखी कि उनकी 5 महीने की बच्ची के साथ रेप की कोशिश हुई है।
5 महीने की बच्ची की मां उसे अपने मौसा ससुर के भरोसे घर में छोड़कर ज्वेलर के गई थी। उसे पता भी नहीं था कि जिन हाथों में वो अपनी बेटी को सुरक्षित मानकर छोड़कर जा रही है। वो ही हाथ 5 महीने की मासूस की मासूमियत नोंचने की कोशिश करेंगे। बच्ची के माता--पिता ने रविवार रात सोजत सिटी के रहने वाले 50 साल के आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। आरोपी फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
मासूम के पिता ने बताया कि आरोपी उसका रिश्ते में मौसा लगता है। आरोपी 10 साल से साधु के वेश में रहकर लोगों को झांसा दे रहा है। भूत-प्रेत भगाने सहित दुख-दर्द दूर करने के नाम पर उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ करता था। आरोपी नशे का भी आदी है। एक मंदिर का पुजारी भी रहा है। 2 जुलाई की दोपहर वह उनके घर पर आया था। उसने कहा था कि साधु-संतों के दर्शन के लिए निंबली जाना है। स्नान कर यहां से आगे जाऊंगा।
मेरी पत्नी ने उन्हें नहाने और कपड़े धोने के लिए साबुन दिया। इसके बाद उनके आराम करने के लिए खटिया बिछा दी। पत्नी को ज्वेलर की दुकान पर जाना था। मौसा को बोलकर गए थे कि बेटी का ध्यान रखना, हम आधे घंटे में आ जाएंगे। इसके बाद पालने में सो रही 5 महीने की बेटी को छोड़ बाइक पर डेढ़ साल के बेटे के साथ हम पति-पत्नी ज्वेलर के जाने के लिए निकल गए।
घर लौटे तो देखा कि बच्ची के पालने और प्राइवेट पार्ट पर खून था। उसके साथ अनहोनी होने की आशंका से घबरा गए। घर पर सिर्फ मौसा था। उससे पूछा तो बोला कि किसी कीड़े ने काट लिया होगा। इसके बाद मौसा की धोती पर खून लगा देखा तो बच्ची के साथ कुछ गलत होने का शक हुआ।
मौसी को फोन कर गांव से बुलाया। ग्रामीणों और मौसी के सामने सारी बात बताई। कड़ाई से पूछा तो मौसा ने कहा कि गलती हो गई। घटना वाले दिन जाडन चौकी से पुलिसकर्मी भी पहुंचे थे। उन्होंने रिपोर्ट देना का बोला था लेकिन परिवार वालों के दबाव के चलते नहीं दी,सोचा बदनामी होगी।
पिता ने बताया कि इसके बाद वे बच्ची को वे सोजत सिटी ले गए। वहां बिलाड़ा दरवाजे के पास स्थित एक मेडिकल से बच्ची के लिए दवाइयां लेकर आ गए। मामला बढ़ न जाए इसलिए परिवार ओर रिश्तेदारों के कहने पर मासूम को सोजत हॉस्पिटल लेकर नहीं गए।
आरोपी जादू-टोना भी करता था, इस कारण लोग उससे डरते थे। उसने 10 साल पहले अपने परिवार को छोड़ दिया था। 10 साल से साधु-संतों के साथ घूमता है। जिससे कि उसे कमाना न पड़े। घर की जिम्मेदारी भी उसके दो बेटों के कंधों पर है।
बच्ची के दादा का कहना कि उनका आरोपी साढू करीब दो साल बाद उनके घर आया था। उसे आगे कही जाना था इसलिए नहाने धोने के लिए उनके घर रूका था। उन्होंने सोचा भी नहीं था कि वह इस तरह की गंदी हरकत पोती के साथ करेगा। घटना के समय वे अपनी पत्नी के साथ खेत में काम करने गए थे।
मामले में मोहल्ले की कई महिलाओं का कहना है कि उन्होंने भी बच्ची के गुप्तांग से खून आता देखा था। तब जाकर इतनी बात बढ़ी। बच्ची के साथ कुछ न कुछ तो गलत हुआ था।
मामले में आरोपी की पत्नी का कहना है कि आरोप झूठा है। उनके पति पिछले करीब 10 साल से साधु-संतों को साथ रह रहे है। पूरे जिले में घूमते है। आज तक उनकी शिकायत नहीं आई। 5 महीने की बच्ची के साथ वे ऐसा नहीं कर सकते है। कुछ महीने पहले ही उनके पेट का ऑपरेशन हुआ है। हमें न्याय प्रणाली पर विश्वास है। पुलिस जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा।