हिंदू ग्रंथ और शास्त्रों में सिर्फ पौराणिक कथाएं ही नहीं बताई जाती है, बल्कि जीवन जीने के कई टिप्स भी दिए जाते हैं। अब भगवान विष्णु की गरुड़ पुराण को ही ले लीजिए। वैसे तो गरुड़ पुराण जीवन और मरण से जुड़ी बातों को बताने के लिए जानी जाती है। लेकिन इसमें महिलाओं को लेकर भी कुछ अहम बातें बताई गई है। तो चलिए जानते हैं कि गरुड़ पुराण के अनुसार पत्नियां को एक सुखी जीवन बिताने के लिए कौन सी चीजें नहीं करना चाहिए।
गरुड़ पुराण कहती है कि एक पत्नी को अपने पति एवं एक प्रेमिका को अपने प्रेमी से अधिक दिनों तक दूर नहीं रहना चाहिए। ऐसा करने पर महिलाएं मानसिक रूप से कमजोर पड़ने लगती है। पति या प्रेमी के पास रहने से प्रेम भाव बढ़ता है। दोनों के बीच का बंधन और मजबूत होता है। जीवन साथी से अधिक दिनों तक दूर रहने पर कई सारी सामाजिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। यह दूरी आपके रिश्तो में भी खटास ला देती है। इसलिए जहां तक हो सके पति या प्रेमी से अधिक दिनों तक दूर रहने की गलती ना करें।
गरुड़ पुराण के अनुसार महिलाओं को बुरे चरित्र वाले लोगों से दोस्ती नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा जो लोग आपके पति के शत्रु हैं या उनकी बुराई करते हैं उनसे भी बातचीत नहीं करनी चाहिए। यदि आप इन से कोई रिश्ता रखेंगे तो इससे आपके शादीशुदा जीवन पर बुरा असर पड़ेगा। इसलिए अपने वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए ऐसे लोगों से दूर रहने में ही समझदारी है।
गरुड़ पुराण कहती है कि एक महिला को किसी पराए घर में अधिक दिनों तक नहीं रुकना चाहिए। वहां ज्यादा दिनों तक रुकने से उसके सम्मान पर आंच आ सकती है। एक महिला को अपने घर पर ही ज्यादा रहना चाहिए। इसकी एक वजह यह भी है कि एक महिला को अपने घर पर जो सम्मान प्राप्त होता है वह किसी दूसरे के घर नहीं मिलता है। दूसरों के यहां अधिक रुकने पर लोग तरह-तरह की बातें बनाने लगते हैं।
गरुड़ पुराण की मानें तो महिलाओं को अपनों से बड़ों का आदर और सम्मान करना चाहिए। उनकी बोली में एक मिठास होना चाहिए। कटु वचन बोलने वाली महिलाएं किसी को पसंद नहीं होती है। वही मीठी बोली हर किसी को आकर्षित करती है। ऐसी महिलाएं गुणवान कहलाती है। गरुड़ पुराण के अनुसार महिलाओं को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना सीखना चाहिए। अच्छी वाणी बोलने वाली महिलाओं को समाज में ज्यादा इज्जत मिलती है।