उम्र से पहले बालों के सफेद होने के कई कारण है। इसका कारण असंतुलित खान-पान और अव्यवस्थित दिनचर्या हो सकती है। वैज्ञानिकों की मानें तो मेलानिन नाम के एक खास तत्व की कमी होने के कारण बाल सफेद होते हैं। लेकिन ज्योतिषीय दृष्टि से देखें तो आपकी कुंडली में कुछ ग्रहों की कमजोर स्थिति भी समय से पूर्व आपके बालों को सफेद कर सकती है। आज हम आपको इसी बारे में जानकारी देंगे।
वैदिक ज्योतिष में शुक्र को सौंदर्य का कारक ग्रह माना जाता है। जब भी यह ग्रह कुंडली में कमजोर स्थिति में होता है तो व्यक्ति के बाल समय से पहले सफेद हो सकते हैं। ऐसे लोग अपनी देखरेख भी बहुत अच्छी तरह से नहीं करते हैं और अपने खानपान का भी विशेष ध्यान नहीं रखते, जिसके कारण बाल सफेद हो सकते हैं।
शुक्र कुंडली में कमजोर तब होता है जब यह किसी पाप ग्रह के साथ युति बना रहा होता है यानी जब यह शनि मंगल राहु या केतु के साथ किसी राशि में बैठा होता है। इन पाप ग्रहों की शुक्र पर दृष्टि बन रही हो यानी जब ये पाप ग्रह शुक्र से आमने-सामने होते हैं तब भी शुक्र के शुभ प्रभाव में कमी आती है। इसके साथ ही यदि शुक्र कुंडली के छठे, आठवें या बारहवें भाव में विराजमान हो तब भी व्यक्ति के बालों का रंग बहुत जल्दी सफेद हो सकता है।
कुंडली में सूर्य के एक कमजोर होने से भी लोगों के बाल सफेद हो सकते हैं। दरअसल सूर्य को तेज का कारक ग्रह माना गया है। सूर्य को बालों का भी कारक ग्रह ज्योतिष में बताया गया है। यदि यह ग्रह कुंडली में कमजोर होता है यानी कि अपनी नीच राशि तुला में हो या अपनी शत्रु राशि मकर या कुंभ में विराजमान हो तो व्यक्ति के बाल बहुत जल्दी सफेद होने लगते हैं।
यह बात आपको थोड़ी अटपटी लग सकती है लेकिन यदि कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत स्थिति में हो तब भी व्यक्ति के बाल सफेद हो सकते हैं। इसका कारण यह है कि बृहस्पति की मजबूती व्यक्ति को अध्यात्म ज्ञान की ओर ले जाती है और ऐसे लोग अक्सर अपने शरीर का ध्यान नहीं रखते, जिसके कारण समय से पहले ही इनके बाल सफेद होने लग जाते हैं। हालांकि ऐसे लोगों के चेहरे पर तेज देखने को मिलता है और बाल सफेद होने के बावजूद भी प्रभावशाली दिखते हैं।
चंद्रमा को शीतलता का कारक ग्रह माना जाता है। लेकिन जब भी यह चंद्रमा सूर्य, राहु, मंगल आदि के साथ एक राशि में होते हैं तब इनकी शीतलता में कमी आ जाती है। इसके कारण व्यक्ति को डैंड्रफ काफी होता है। इस वजह से इनके बाल जल्दी गिरते हैं और असमय सफेद भी होने लगते हैं।
बालों की प्राकृतिक रंग को बरकरार बनाए रखने के लिए आपको कुछ ज्योतिषीय उपायों को आजमा सकते हैं। वैसे इनका कोई वैज्ञानिक आधार तो नहीं है लेकिन प्राचीन काल में लोग इन्हीं उपायों से लाभ लिया करते थे और उनको फायदा भी मिलता था।