एप डाउनलोड करें

वास्तु टिप्स : घर में कौन से पौधें लगाने चाहिए और कौन से नहीं, जाने वास्तु टिप्स में

अन्य ख़बरे Published by: paliwalwani Updated Thu, 05 May 2022 09:36 AM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

कई बार हम घर को सजाने-संवारने के लिए घर में कोई भी पेड़-पौधे लगा लेते हैं. लेकिन ये पौधे वास्तु दोष का कारण न जाते हैं. और इसका सीधा प्रभाव घर के सदस्यों के जीवन पर देखने के मिलता है.  घर की शांति भंग हो जाती है,परिवार के सदस्यों की तरक्की रुक जाती है, कलह-कलेश रहने लगता है. इन सब का कारण घर में लगे ये पौधे होते हैं, जो घर में नकारात्मकता बढ़ाते हैं. घर को वास्तु दोष से बचाए रखने के लिए कुछ खास बातों को ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानें. 

- वास्तु के अनुसार घर में कांटेदार पौधे लगाने से परहेज करना चाहिए. घर में इस तरह के पौधे लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. इस तरह के पौधे जिंदगी में कई तरह की परेशानियां पैदा कर देती हैं. 

- वास्तु अनुसार घरों में जिस जगह सीलन होती है वहां अक्सर दीवारों पर पीपल का पेड़ उग जाता है. इस स्थिति में पीपल की पूजा करके उसे दीवार से हटा देना चाहिए. घर में लगा पीपल का पेड़ नकारात्मकता देता है. 

- घर में लगा कोई भी पौधा अगर सूख रहा है, तो उसे हटा देना बेहतर रहता है. वास्तु के अनुसार घर में रखा सूखा पौधा नकारात्मकता बढ़ाता है. और इससे मां लक्ष्मी नाराज होकर घर से रूठ कर चली जाती है. 

घर में इन पौधों को लगाने से आएगी खुशहाली

- मनी प्लांट, इसके नाम से ही इसकी खासियत का पता लगता है. वास्तु के अनुसार घर या ऑफिस में मनी प्लांट लगाना शुभ माना गया है. कहते हैं कि इसमें शुक्र ग्रह के कारक पाए जाते हैं. जिस घर में शुक्र ग्रह की सकारात्मक दृष्टि पड़ती है, वहां पति-पत्नी के बीच अच्छे संबंध रहते हैं. 

- मनी प्लांट के अलावा गेंदा, चंपा के पौधे लगाना भी शुभ माना गया है. वास्तु जानकारों के अनुसार गेंदा, चंपा के पौधे घर में लगाने से घर में सकारात्मकता का विकास होता है. इससे मानसिक तनाव में कमी आती है. और घर का माहौल पॉजिटिव बना रहता है.  

- हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय स्थान प्राप्त है. आस्था के हिसाब से ज्यादा तुलसी का विशेष महत्व है. वहीं मनुष्य के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी इसे अच्छा माना जाता है. घर में तुलसी का पौधा लगाने से जहां वायु प्रदूषण कम होता है. वहीं, इससे घर में सकारात्मकता का विकास होता है.

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next