एप डाउनलोड करें

पूर्व विधायक को आजीवन कारावास : महिला और उसकी बेटी की हत्या के मामले में सजा

अन्य ख़बरे Published by: Paliwalwani Updated Sat, 02 Apr 2022 09:08 PM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

रायगढ़ : ओडिशा के ब्रिजराजनगर के पूर्व विधायक को रायगढ़ की कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. आरोपित विधायक का नाम अनूप साय है. उस पर दो महिलाओं की हत्या करने का आरोप था. इतना ही नहीं आरोपित को हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के मामले में भी 7 साल की सजा दी है. जबकि आरोपित के दूसरे साथी हर्षवर्धन टोप्पो को न्यायालय सबूतों के अभाव में बरी कर दिया.

बता दे : दरअसल पूरा मामला 6 मई 2016 के है. उस समय रायगढ़ के पास संबलपुरी में दो महिलाओं की लाश मिली थी. 6 मई को मिली दोनों लाशों की पहचान ब्रिजराजनगर निवासी कल्पना दास और उसकी बेटी बबली दास के रूप में हुई थी. बाद में इसका संबंध ब्रिजराजनगर के तत्कालीन पूर्व विधायक अनूप साय के साथ पाई गई थी. चार साल की छानबीन के बाद रायगढ़ पुलिस ने आरोपी विधायक को 13 फरवरी 2020 को गिरफ्तारी ओडिशा से की थी. दो साल तक लगातार जिरह-बहस और लगभग 50 लोगों के बयान होने के बाद कोर्ट ने पूर्व विधायक को दोषी पाया. इस मामले में आरोपित के ड्राइवर हर्षवर्धन टोप्पो कोर्ट ने सबूत न मिलने पर बरी कर दिया. उसके वकील रायगढ़ के आशीष शर्मा थे. उसके मामले में साक्ष्यों के अभाव होने के कारण उसका लाभ उसे मिला. मामले में दीपक शर्मा शासकीय लोक अभियोजक थे.

पुख्ता सबूत के आधार पर आरोपी विधायक को हिरासत मे

बता दे : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के चक्रधर नगर थाना क्षेत्र के संबलपुरी में चार वर्ष पूर्व मां-बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने ओडिशा के बीजेडी नेता अनूप कुमार साय को हिरासत में लिया है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने गुरुवार को बताया कि मां-बेटी की हत्या के मामले में रायगढ़ पुलिस ने बुधवार रात ओडिशा के बृजराजनगर के पूर्व विधायक अनूप कुमार साय को हिरासत में लिया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चक्रधर नगर थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड मामले में पुख्ता सबूत के आधार पर आरोपी विधायक को हिरासत में लिया गया है तथा उनसे पूछताछ की जा रही है. जैसा कि मालूम है कि 7 मई 2016 को संबलपुरी इलाके में 2 युवतियों की लाश मिली थी जांच में ये बात सामने आई थी कि युवतियों की हत्या कर उनकी लाश को कार से कुचला गया था. हत्या इतनी बेरहमी से की गई थी कि शव की पहचान तक नहीं हो पा रही थी. घटना के 8 महीने बाद दोनों मृतकाओं की पहचान ओडिशा निवासी के रूप में की गई. इसी मामले में पूर्व विधायक भूमिका पर पुलिस को संदेह है. इसके तहत ही उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. इस मामले में पुलिस चार साल पहले के किए गए इस मर्डर की जांच कर रही थी. मृतका ओडिशा की रहने वाली थी.

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next