Lunar Eclipse 2024 Effects on Pregnant Ladies: साल का पहला और पूर्ण चंद्र ग्रहण होली के दिन यानी 14 मार्च को लगने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य और या फिर चंद्र ग्रहण हर एक घटना समय-समय पर होती है जिसका असर देश-दुनिया पर अवश्य पड़ता है। बता दें कि साल का पहला चंद्र ग्रहण पूर्ण होगा। लेकिन दिन के समय लगने के कारण भारत में नजर नहीं आएगा, जिससे सूतक काल मान्य नहीं होगा। बता दें कि चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होंगे। कन्या राशि में केतु के साथ युति हो रही है, जिससे ग्रहण योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा, लेकिन गर्भवती महिलाओं को थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है।
बता दें कि साल का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को सुबह 9 बजकर 29 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 3 बजकर 29 मिनट पर खत्म होगा। ये चंद्र ग्रहण करीब 6 घंटे का होगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के समय वह सबसे अधिक नकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करते हैं। जिसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य बुरा पड़ता है। इसलिए चंद्र ग्रहण बिल्कुल भी नहीं देखना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय खाना बनाने या फिर खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ग्रहण की अशुद्ध किरणों से भोजन भी दूषित हो जाता है। लेकिन ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आ रहा है और इसकी अवधि काफी लंबी है। इसलिए गर्भवती महिलाएं सेहत के हिसाब से खाना खा सकती है।
चंद्र ग्रहण के दौरान नुकीली चीजें जैसे सुई, कैंची, चाकू जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और न ही इन्हें पास में रखना चाहिए। इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
चंद्र ग्रहण के बाद गर्भवती महिला को पानी में गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए। इससे मां के साथ बच्चे के ऊपर से ग्रहण दोष हट जाता है।
चंद्र ग्रहण के बाद गर्भवती महिलाओं को दान अवश्य करना चाहिए। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
इस साल होली पर पूर्ण चंद्र ग्रहण भी लग रहा है। लेकिन भारत में नजर नहीं आने के कारण सूतक काल नहीं लगेगा।