उत्तराखंड : उत्तर प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी भाजपा में भूचाल आने की संभावना के बीच हरक सिंह रावत को पार्टी ने बर्खास्त कर दिया. चुनावों की तारीखों के एलान के बाद टिकटों को लेकर नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है. ताजा मामला उत्तराखंड के वन मंत्री हरक सिंह रावत से जुड़ा हुआ है. हरक सिंह रावत को पार्टी विरोधी बयानों के लिए मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है. सीएमओ की तरफ से जारी किए गए बयान के मुताबिक बीजेपी विधायक हरक सिंह रावत को 6 साल के कार्यकाल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोर ग्रुप की मीटिंग में ये फैसला लिया. हरक सिंह रावत ने पार्टी से दो टिकट मांगे थे, पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद पार्टी विरोधी बयानों को लेकर हरक सिंह रावत चर्चा में आ गए थे. दो टिकटों की मांग पर अड़े कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत रविवार शाम फिर दिल्ली पहुंच गए, जहां वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. उनके साथ विधायक उमेश शर्मा काऊ भी हैं. हरक अपनी पुत्रवधू के लिए भी टिकट मांग रहे हैं, लेकिन इस बारे में उन्हें ठोस आश्वासन नहीं मिला है. इससे वे नाराज हैं. जैसे संकेत मिल रहे है, अगर बात नहीं बनी तो एक-दो दिन में वह कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं. इससे उनकी कांग्रेस में वापसी की चर्चा ने जोर पकड़ा है. उधर, भाजपा ठीक टिकट बटवारे से पहले हरक के रुख से पैदा स्थिति के कारण असहज दिखाई दे रही है. और कई मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने हरक सिंह रावत को कांग्रेस में वापस आने की सलाह भी दी थी.