एप डाउनलोड करें

CYBER ALERT : 8 एंड्रॉयड ऐप्स में मिला वायरस, पर्सनल डेटा और पैसे कर सकता है चोरी, तुरंत करें डिलीट

अन्य ख़बरे Published by: Paliwalwani Updated Tue, 22 Jun 2021 03:46 PM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

डिजिटल होती जा रही व्यवस्थाओ के बिच साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ता जा रहा है जिसके कई घातक परिणाम साबित होते है, इन खतरों के बिच जोकर मैलवेयर को को पिछले तीन सालों में गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद कई ऐप्स पर देखा जा चुका है। अब इस मैलवेयर को गूगल प्ले स्टोर में मौजूद 8 नए ऐप्स में देखा गया है। ऐप्स में मैलवेयर को क्विक हील सिक्योरिटी लैब्स ने स्पॉट किया है। ये मैलवेयर इतना खतरनाक होता है कि ये यूजर्स की डिवाइस में ऐप्स के जरिए घुसता है और कई तरह के डेटा चुपके से कलेक्ट कर लेता है। इनमें आपके पेमेंट और बैंक डिटेल भी हो सकते हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मैलवेयर अब इतना खतरनाक बन चुका है कि ये यूजर की परमिशन के बिना ही उसका सब्सक्रिप्शन कई तरह की प्रीमियम सर्विसेज के लिए कर देता है। ऐसे में ये ऐप आपके कितने पैसों को बर्बाद कर सकता है। इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। बहरहाल, आठ नए ऐप्स में जोकर मैलवेयर की खबर मिलने के बाद गूगल ने तेजी से इन ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा लिया है।

लेकिन, खतरा उन डिवाइसेज के लिए अभी भी बरकरार है, जिन यूजर्स ने इन 8 में से किसी भी ऐप को पहले ही डाउनलोड कर इंस्टॉल किया होगा। ऐसे में इन ऐप्स को तुरंत डिलीट कर देने में ही भलाई है। ताकी आपका डेटा और बाकी डिटेल सेफ रह सकें।

ये है वो 8 ऐप्स, जिनमे मिला वायरस 

Auxiliary Message

Fast Magic SMS

Free CamScanner

Super Message

Element Scanner

Go Messages

Travel Wallpapers

Super SMS

क्विक हील रिपोर्ट के मुताबिक लॉन्च के वक्त नोटिफिकेशन एक्सेस के लिए पुछते हैं। इसके बाद नोटिफिकेशन्स के जरिए SMS डेटा को चुराते हैं। इसके बाद मैलवेयर से लैस ये ऐप्स कॉन्टैक्स एक्सेस मांगते हैं और फोन कॉल परमिशन भी ले लेते हैं। इसके बाद यूजर की डिवाइस में मौजूद ये ऐप्स नॉर्मल तरीके से काम करते हुए इन सभी डेटा को मॉनिटर करते रहते हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक, मैलवेयर को साइबर अटैकर्स द्वारा गूगल प्ले स्टोर में मौजूद ऐसे ऐप्स के जरिए फैलाया जाता है, जो यूटिलिटी बेस्ड होते हैं। इनमें स्कैनर, वॉलपेपर और मैसेज ऐप्स शामिल हैं। यूटिलिटी बेस्ड होने की वजह ऐसे ऐप्स जल्दी से पॉपुलर हो जाते हैं। ऐसे में ट्रस्टेड डेवलपर्स के ही ऐप्स डाउनलोड करने चाहिए।

 

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next