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CNG Price Hike : सीएनजी हो सकती है आठ से बारह रुपए प्रति किलो महंगी

अन्य ख़बरे Published by: Pushplata Updated Thu, 06 Oct 2022 09:50 AM
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विश्लेषकों ने यह अनुमान जताया है। सरकार ने पिछले सप्ताह पुराने गैस क्षेत्रों से उत्पादित गैस के लिए भुगतान की जाने वाली दर को मौजूदा 6.1 डालर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (फीसद इकाई) से बढ़ाकर 8.57 डालर प्रति इकाई कर दिया। वहीं, मुश्किल क्षेत्रों से निकाली जाने वाली गैस की कीमत 9.92 डालर से बढ़ाकर 12.6 डालर प्रति इकाई कर दी गई है। इसी दर के आधार पर देश में उत्पादित गैस के लगभग दो-तिहाई हिस्से की बिक्री होती है। प्राकृतिक गैस उर्वरक बनाने के साथ बिजली पैदा करने के लिए एक प्रमुख कच्चा माल है। इसे सीएनजी में भी परिवर्तित किया जाता है और पाइप के जरिए (पीएनजी) इसे रसोई में खाना पकाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि पुराने गैस क्षेत्रों से उत्पादित गैस की कीमतें सिर्फ एक साल में लगभग पांच गुना बढ़ गई हैं। सितंबर, 2021 में इसकी कीमत 1.79 डालर प्रति एमएमबीटीयू से सितंबर 2021 में 8.57 डालर तक पहुंच गई थी। एमएमबीटीयू गैस मूल्य में प्रत्येक डालर की वृद्धि पर सिटी गैस वितरण (सीजीडी) संस्थाओं को सीएनजी की कीमत 4.7 से 4.9 रुपए प्रति किलो बढ़ानी पड़ती है। आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज के अनुसार, कच्चे माल की ऊंची लागत के प्रभाव को पूरी तरह से दूर करने के लिए सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में 6.2 रुपए प्रति मानक घनमीटर और 9 से 12.5 रुपए प्रति किलोग्राम की वृद्धि करने की आवश्यकता होगी।

जेफ्रीज ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में सीएनजी और पीएनजी की खुदरा बिक्री करने वाली कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड को सीएनजी की कीमत आठ रुपए प्रति किलो बढ़ाने की जरूरत होगी, जबकि मुंबई में खुदरा विक्रेता महानगर गैस लिमिटेड को कीमतों में नौ रुपए की बढ़ोतरी करनी होगी। कोटक ने कहा कि कई कारणों से घरेलू गैस मूल्य फार्मूले पर फिर से विचार करने और ‘फ्लोर/सीलिंग’ मूल्य पेश करने की गंभीर आवश्यकता है।

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