कर्नाटक. बीजेपी ने कर्नाटक के छह बार के सांसद अनंतकुमार हेगड़े को चुनावी टिकट देने से इनकार करके पार्टी ने एक बार फिर संदेश दिया है कि जो नेता बिना सोचे-समझे टिप्पणियों से नेतृत्व को शर्मिंदा करते हैं, वह अवसर गंवाने के लिए तैयार रहें.
कर्नाटक से भाजपा सांसद अनंतकुमार हेगड़े ने पिछले 28 वर्षों में छह बार उत्तर कन्नड़ लोकसभा सीट जीती, जिसमें लगातार चार बार जीत हासिल की. जहां तक विवादास्पद भाषणों का सवाल है, बार-बार अपराध करने वाले हेगड़े ने इस महीने की शुरुआत में एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया. जब उन्होंने दावा किया कि भाजपा का 400 लोकसभा सीटें जीतने के लक्ष्य का उद्देश्य संविधान को बदलना है.
बीजेपी सांसद ने कहा कि कांग्रेस पर "हिंदुओं पर अत्याचार" करने के लिए संविधान बदलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने एक सभा में कहा कि संविधान को फिर से लिखने की ज़रूरत है. "अगर संविधान में संशोधन करना है-कांग्रेस ने इसमें अनावश्यक चीजों को जबरदस्ती भरकर संविधान को मूल रूप से विकृत कर दिया है, खासकर ऐसे कानून लाकर जिनका उद्देश्य हिंदू समाज को दबाना है-अगर यह सब बदलना है, तो यह है इस (मौजूदा) बहुमत के साथ यह संभव नहीं है.
उन्होंने कहा ''अगर हम सोचते हैं कि यह किया जा सकता है, क्योंकि लोकसभा में कांग्रेस नहीं है और (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी के पास लोकसभा में दो-तिहाई बहुमत है और चुप रहें, तो यह संभव नहीं है. ''उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी को इसकी जरूरत है. राज्यसभा और राज्यों में भी दो-तिहाई बहुमत.
जैसा कि विपक्ष ने अपने सांसद की टिप्पणियों पर भाजपा की आलोचना की, पार्टी ने खुद को अलग करते हुए कहा कि हेगड़े की टिप्पणियां "उनके निजी विचार हैं.
Lok Sabha Elections 2024: अनंद कुमार हेगड़े की जगह पर बीजेपी ने इस बार विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी को मौका दिया है. वह छह बार के विधायक, कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर और कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. छह बार के सांसद का टिकट काटा बल्कि पार्टी नेताओं के बीच यह सख्त संदेश देने की कोशिश की कि बगैर सोचे-समझे गलतबयानी करने वालों के साथ दल इसी तरह से पेश आएगा.