एप डाउनलोड करें

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मुंबई में धारावी आईसीडीएस केंद्र का किया दौरा : डिजिटल गुड्डी-गुड्डा बोर्ड का उद्घाटन

मुम्बई Published by: paliwalwani.com Updated Tue, 07 Sep 2021 11:02 AM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

नई दिल्ली. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने आज मुंबई के धारावी में एक एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) योजना केंद्र का दौरा किया. मंत्री ने योजना के तहत लाभ प्राप्त करने वाले विभिन्न नागरिकों के साथ बातचीत की और उनके घरों पर भी गईं। श्रीमती ईरानी केंद्र सरकार के पोषण अभियान के तहत चल रहे पोषण माह 2021 के दौरान विभिन्न लक्षित आउटरीच गतिविधियों के हिस्से के रूप में मुंबई में हैं.

मंत्री महोदया ने गंभीर और तीव्र कुपोषण (एसएएम) से पीड़ित गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों को पोषण किट और फलों की टोकरियां भी वितरित कीं- बृहन्मुंबई नगर निगम के जी-नॉर्थ वार्ड में आज का कार्यक्रम राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया था.

CAR INSURANCE : क्या आपको अपनी कार के लिए इंश्योरेंस प्रीमियम ज्यादा देना पड़ रहा है, ये कारण इंश्योरेंस प्रीमियम पर डालते है असर

मंत्री महोदया ने डिजिटल गुड्डी-गुड्डा बोर्ड का उद्घाटन किया : इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री ने आईसीडीएस परिसर में डिजिटल गुड्डी गुड्डा बोर्ड का भी उद्घाटन किया. बोर्ड का काम बेटी बचाओ बेटी पढाओ पहल के तहत जन्म के आंकड़ों को अद्यतन, करना उनकी निगरानी रखना और उन्हें उपलब्ध कराना है. यह योजना पर सूचना और शैक्षिक सामग्री को प्रदर्शित करते हुए सूचना देने तथा इस काम की हिमायत करने के एक माध्यम के रूप में भी काम करता है. बोर्ड एक तरह का डिजिटल नवाचार है, जिसकी कल्पना महाराष्ट्र के जलगांव जिले द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ के तहत की गई.

यह भी पढ़े : LIC Life Insurance Policy: लैप्स पॉलिसी को फिर से कर सकते हैं शुरू, LIC लेकर आई ये स्कीम

पोषण अभियान के बारे में : बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए यह पोषण अभियान भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है. पोषण अभियान के उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, मिशन पोषण 2.0 (सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0) की बजट 2021-2022 में घोषणा एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम के रूप में की गई है, ताकि पोषण सामग्रीवितरण, आउटरीच और परिणामों को मजबूत बनाने के लिए के लिए विकासशील व्यवस्थाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा सके तथा स्वास्थ्य और रोग व कुपोषण के प्रति प्रतिरोधक क्षमता का विकसित की जा सके. सामुदायिक जागरण सुनिश्चित करने और लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए, हर साल सितंबर माह को पूरे देश में पोषण माह के रूप में मनाया जाता है.

यह भी पढ़े : INSURANCE POLICY : LIC के इस प्लान में करिये इन्वेस्ट, हर महीने मिलेंगे 12000 रुपये तक

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next