मंदसौर । मंदसौर के समीप ग्राम करजू में संगीतमय श्रीराम कथा का दिनांक 26 जनवरी 2021 से शुरू कथा का समापन 29 जनवरी 2021 को नानी बाई के मायरे से हुआ। कथा समापन के पूर्व कथावाचक अपर्णा जी नागदा ने कथा में बताया कि जब व्यक्ति को अपना बल पता लग जाता है व क्षमता याद आ जाती है तो वह असंभव से असंभव काम को भी सफल कर लेता है। जामवंत ने हनुमानजी को उनका बल याद दिलाया तो हनुमान ने विराट रूप धारण कर लिया और राम काज करने में सफल हुए। सज्जनों से मित्रता और दुर्जनों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। व्यक्ति विनम्र बनकर काम करेगा तो उसके प्रति लोगों में अच्छी धारणा बनती है। कठोर से कठोर स्वभाव वाले व्यक्ति खुद भी कष्ट पाते हैं और दूसरों को भी कष्ट देते हैं।
अपर्णा जी नागदा ने कहा कि भगवान का नाम लेकर हनुमान लंका में गए, रावण का मान मर्दन कर लंका दहन किया। भगवान पर पूरा भरोसा रखेंगे तो भगवान भी उसे अपनी कसौटी पर खरा उतारता है। भगवान की कथा जीवन में परेशानी के समय मार्गदर्शन करती है और परेशानियों से भी उभारती है, जो भगवान का ध्यान करेगा, उसके मन में भगवान ज्ञान भरेगा। अपर्णा जी ने कथा में लंका दहन, कुंभ, मेघनाद व रावण के वध का वर्णन किया।
कथा के दौरान प्रभु श्रीराम के जयकारों से पंडाल गूंजायमान रहा। श्रीराम कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक रहा। समिति सहित स्थानीय लोगों ने बढ़चढ़ कर श्रीराम कथा में भाग लिया। नागदा मेनारिया समाज की सुपर स्टार कथा व्यास अपर्णा जी नागदा (मेनारिया) ने इस दौरान पूर्णाहुति के बाद आरती का आयोजन भी संपन्न कराया। कथा व्यास ने मौजूद श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए श्रीराम के आर्दशों पर चलने का आह्वान किया। इस मौके पर समस्त ग्रामवासी मौजूद रहे व राम कथा का आनंद लिया। 27 जनवरी के दौरान नानी बाई के मायरे के समय श्रद्वालुजनों की ऑखों में मार्मिक आंसू टपक आए।
● पालीवाल वाणी ब्यूरो- Sunil Paliwal-Anil Bagora...✍️
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