मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े की मुसीबतें लगातर बढ़ती जा रही हैं। सूत्रों की माने तो समीर वानखेड़े का जल्द ही तबादला किया जा सकता है। सोमवार को उनके खिलाफ विभागीय जाँच के भी आदेश जारी किए गए थे। जिसके बाद देर रात समीर वानखेड़े दिल्ली के लिए रवां हो गए थे। समीर वानखेड़े को लेकर दिल्ली में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक अहम बैठक भी हुई जिसमें खुद वानखेड़े भी शामिल हुए।
समीर वानखेड़े ने मंगलवार को भी महाराष्ट्र के कैबिनेट मिनिस्टर नवाब मलिक की तरफ से लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया। उन्होंने फिर कहा कि उनके ऊपर लगाए सभी आरोप गलत और दुर्भावनापूर्ण हैं। वो इन आरोपों का मुकाबला करेंगे और जवाब भी देंगे।
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नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के पिता कचरुजी वानखेड़े उर्फ़ दाऊद वानखेड़े को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उन्हें यह लगता है कि मेरे द्वारा लगाये गए आरोप गलत हैं तो वे और उनका परिवार मेरे खिलाफ मुकदमा दायर करे। वानखेड़े परिवार को वकील की फीस भी नहीं देनी होगी क्योंकि खुद उनके घर में उनकी बेटी वकील हैं। मैं अदालत में भी उनके खिलाफ सबूत दूंगा। मैं दाऊद वानखेड़े को चुनौती देता हूँ कि सेक्शन 499 और 500 के तहत मुझपर कार्रवाई करें।
नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा कि उन्हें एक पत्र नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के ही एक अधिकारी द्वारा भेजा गया है। नाम न बताने की शर्त पर उन्होंने पत्र में कई अहम बातें समीर वानखेड़े के खिलाफ बताई हैं। जिसमें से एक बात यह भी है की समीर वानखेड़े वसूली के कारोबार में जुड़े हुए हैं।
अगर किसी आरोपी को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया जाता है। तो उसकी जमानत जल्दी ना हो इसलिए गलत तरीके से उसके पास ड्रग्स की मात्रा को ज्यादा बढ़ाया जाता है। पैसे वसूलने के लिए समीर वानखेड़े के पास अलग से एक टीम है। जो सिर्फ इसी चीज पर काम करती है कि कैसे बॉलीवुड और पैसे वाले लोगों से एक्सटॉर्शन किया जाए।
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नवाब मलिक ने सीधे तौर पर समीर वानखेड़े और उनके पिता कचरूजी वानखेड़े के ऊपर यह आरोप लगाया है कि नौकरी हासिल करने के लिए उन्होंने इस फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी हासिल की है। आने वाले दिनों में उनके पिता की भी जांच की जाएगी। उनकी तनख्वाह जो अब तक उन्होंने हासिल की है उसे वापस लिया जाएगा। इसके अलावा जो पेंशन उन्हें दी जा रही है उसे बंद किया जाएगा।
नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया है की नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे बिना इजाजत मुंबई और महाराष्ट्र में लोगों के फोन टेप करवाते हैं। इस काम के लिए समीर वानखेडे दो आदमियों की मदद लेते हैं। जिसमें से एक आदमी मुंबई का है और दूसरा बाहर का।
नवाब मलिक ने कहा कि जब मंत्री होते हुए मेरे दामाद को फर्जी तरीके से फंसाया जा सकता है। तो आम जनता के साथ में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो कैसा बर्ताव करता होगा। मेरी लड़ाई अन्याय के खिलाफ है। बीते 8 महीनों से मैं और मेरा परिवार इस मामले में सबूत इकट्ठा कर रहा था और वही सबूत अब धीरे-धीरे हम सबके सामने रख रहे हैं।