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युवा योगगुरु की चीन में संदिग्ध हालात में मौत : शव को भारत लाने के लिए सरकार से गुहार

मध्य प्रदेश Published by: paliwalwani Updated Thu, 28 Dec 2023 12:31 AM
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ग्वालियर के रहने वाले योग गुरु की चीन में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उसका शव फंदे से लटका मिला। घटना हफ्तेभर पहले की है। अभी तक परिजन को सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने शव भारत लाने के लिए केंद्र सरकार से गुहार लगाई है।

चीनी अधिकारी इसे आत्महत्या का मामला बता रहे हैं। वहीं, परिजन ने चीनी महिला और भारतीय युवा मित्र पर हत्या का आरोप लगाया है।

योग का कोर्स करने के बाद गया था चीन

प्रबल कुशवाह पिता सुरेंद्र सिंह ग्वालियर में कम्पू इलाके का रहने वाला था। वह परिवार का इकलौता बेटा था। 20 दिसंबर को वीडियो कॉलिंग पर उसने घर पर बात की थी। इसके बाद से उसका फोन बंद आने लगा। शंका के आधार पर परिजन ने चीन में उसकी महिला मित्र सू-चाइन और मिस रोजी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया।

23 दिसंबर को जब संपर्क हुआ तो उन्होंने बताया कि प्रबल ने फांसी लगा ली है। काफी प्रयासों के बाद दूतावास ने भी परिजन को यही जानकारी दी।

बचपन से ही योग का शौकीन था प्रबल

प्रबल को बचपन से योग और मलखम्ब का शौक था। वह योग का डिप्लोमा करने बेंगलुरु चला गया। वहां योग के साथ-साथ चीनी समेत अन्य भाषाएं सीखीं। पिता ने बताया कि योगा क्लास के दौरान उसकी पहचान सू चाइन नाम की चीनी युवती और मिस रोजी से हुई। उसे बीजिंग के योग सेंटर में नौकरी का ऑफर मिला। अच्छा अवसर मानकर वह पिछले साल फरवरी में चीन चला गया।

शव को भारत लाने के लिए सरकार से गुहार

प्रबल का परिवार सदमे में है। परिजन भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगा रहे हैं। दूतावास की ओर से बताया गया कि शव को भारत आने में डेढ़ महीने का समय लगेगा। पिता सुरेंद्र कुशवाह ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से शव को जल्द भारत लाने की अपील की है।

प्रबल कुशवाह का पासपोर्ट। परिजन भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगा रहे हैं। शव भारत आने में लग सकते हैं 45 दिन प्रबल के परिजन ने बताया कि कुछ दिन पहले पैसों के लेनदेन को लेकर योग संस्था के मालिक और प्रबल के बीच विवाद हुआ था। उनका आरोप है कि बेटे ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि हत्या कर उसे फंदे पर लटकाया गया है। परिजन ने ट्वीट और पत्र के जरिए कई प्रयास किए, तब दूतावास ने बताया कि प्रबल का शव भारत आने में 40 से 45 दिन लग सकते हैं।

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