Balaghat Gangrape Case: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। हट्टा थाना इलाके में 3 नाबालिग आदिवासी लड़कियों और एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। इस जघन्य अपराध को दबाने के लिए गांव में पंचायत बुलाई गई, जहां पीड़िताओं से 7 लाख रुपये लेकर मामला खत्म करने का दबाव बनाया गया, लेकिन बहादुर पीड़िताओं ने पंचायत में साफ कह दिया- “इन्हें फांसी पर लटकाओ, छोड़ा तो नहीं जाएगा।”
पीड़िताओं ने पंचायत में रोते हुए अपनी कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि शादी के समारोह से लौटते समय रात 2 बजे से सुबह 5 बजे तक सभी सात आरोपियों ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया। आरोपियों ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने पुलिस में शिकायत की, तो वे उन्हें जान से मार देंगे।
शुरुआत में तो आरोपी पंचायत में अपने अपराध से इनकार करते रहे, लेकिन अगले दिन 7 लाख रुपए का लालच देकर मामले को खत्म करने की कोशिश की गई। पीड़िताओं और उनके परिवारों ने इस शर्मनाक समझौते को ठुकरा दिया और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की।।
यह घटना 23 अप्रैल की रात हुई थी। शादी से लौटते समय सात लड़कों ने चारों लड़कियों को रोक लिया और उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस शर्मनाक घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने सभी को 29 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
बालाघाट के एसपी नगेंद्र सिंह ने कहा कि केवल आरोपियों पर ही नहीं, बल्कि ऐसे लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी जो पंचायत बुलाकर अपराध को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “पीड़ितों पर निर्णय थोपने वाली पंचायतों को नहीं छोड़ा जाएगा।”