किसान विकास पत्र अभी भी भारत सरकार का एक सबसे भरोसापत्र और अच्छा निवेश विकल्प के रूप में देखा जाता हैं।भारतीय डाक घर की यह योजना सुनिश्चित करती है कि आपका पैसा एक निश्चित समय सीमा में दोगुना हो जाए। यह योजना 1988 में किसानों के निवेश को दोगुना करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, जो कि अब सभी के लिए खुली है। कोई भी व्यक्ति इस योजना में 1,000 रुपये के निवेश से शुरुआत कर सकता है।
किसान विकास पत्र योजना के तहत आपको अपने निवेश पर 6.9 प्रतिशत वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है। यह योजना 30 महीने की लॉक-इन अवधि के साथ आती है। हालांकि केवीपीको ऋण लेने के लिए सुरक्षा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। सभी डाकघर योजनाएं सरकारी गारंटी के साथ पैक की जाती हैं। यह आपके जोखिम के डर को भी दूर करता है।
किसान विकास पत्र की ब्याज दरें वित्त मंत्रालय द्वारा की गई घोषणाओं के अनुसार समय-समय पर बदलती रहती हैं और तीन महीने तक वे दर लागु रहते हैं। इसके अलावा ब्याज की लागू दर निवेश की परिपक्वता अवधि को निर्धारित करती है। वित्तीय वर्ष 2020-2021 के लिए किसान विकास पत्र योजनाओं के लिए ब्याज दर 114 महीने के निवेश कार्यकाल के लिए 6.9प्रति वर्ष है।