अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) में निवेश करना चाह रहे हैं तो आपको ये तो पता ही होगा कि बैंकों में ब्याज दरें काफी कम हैं। अगर आपको एफडी पर 6 फीसदी का रिटर्न (Return on FD) मिल जाता है तो अपने आप को खुशकिस्मत समझिए। अगर आप अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो इसके लिए आपको थोड़ी रिसर्च करनी होगी और साथ ही कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। आइए आपको बताते हैं एफडी से अधिक रिटर्न पाने के 5 तरीके (Tips to increase fd return)।
एफडी से अधिक रिटर्न पाने के लिए सबसे जरूरी बात ये है कि आप उस ठिकाने को चुनें, जहां आपको एफडी पर अधिक ब्याज मिल रहा है। आप बैंक में भी एफडी कर सकते हैं और पोस्ट ऑफिस में भी। कई और जगहों पर एफडी की जा सकती है। यहां ध्यान रहे कि बैंक की एफडी पर हर तिमाही में ब्याज मिलेगा, जबकि पोस्ट ऑफिस की एफडी पर साल भर में। ऐसे में अगर दोनों जगह ब्याज दर बराबर है तो बैंक में एफडी कराना अधिक फायदेमंद है।
बहुत से लोग तो ये जानते भी नहीं हैं कि बैंक के अलावा दूसरी जगहों पर भी एफडी होती है। जैसे कंपनियों की तरफ से दी जाने वाली एफडी, जिसमें बैंक के मुकाबले अधिक ब्याज मिलता है। कंपनियों की एफडी में निवेश कर के आप अधिक फायदा कमा सकते हैं। उदाहरण के लिए एसबीआई की 5 साल की एफडी पर आपको करीब 5.5 फीसदी का ब्याज मिलेगा, जबकि बजाज फाइनेंस में एफडी से आप 6.75 फीसदी तक का ब्याज पा सकते हैं।
एफडी कराते वक्त सिर्फ ब्याज ही ना देखें, बल्कि ऐसे ठिकानों की तलाश करें, जहां पर आप टैक्स में भी फायदा मिले। टैक्स बचेगा तो अपने आप ही एफडी से मिलने वाला आपका रिटर्न बढ़ जाएगा। बैंक में 5 साल की एफडी या पीपीएफ जैसे ठिकानों पर निवेश कर के आप टैक्स का फायदा भी ले सकते हैं। कई ठिकानों से मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स लगता है, इसलिए निवेश से पहले इस बात पर भी गौर करें कि ब्याज पर टैक्स ना लगे।
अगर आप सीनियर सिटीजन हैं तो आपको बैंक एफडी पर अतिरिक्त ब्याज मिलेगा। सभी बैंक सीनियर सिटीजन को करीब 0.5 फीसदी अतिरिक्त ब्याज देते हैं। अगर आप सीनियर सिटीजन यानी वरिष्ठ नागरिक नहीं हैं यानी आपकी उम्र 60 साल से कम है तो आप अपने माता-पिता के नाम पर एफडी करा सकते हैं। इस तरह एफडी कराने पर आपको 0.5 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज मिल सकेगा।
पिछले दो सालों में कोरोना की वजह से बैंकों में एफडी की ब्याज दरें बहुत अधिक गिर चुकी हैं। यह दरें अपने निचले स्तर पर हैं। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे हालात बेहतर होंगे, ब्याज दरें फिर से बढ़ सकती हैं। ऐसे में अगर आप एफडी करा रहे हैं तो 3 साल, 5 साल या उससे अधिक की एफडी ना कराएं। कोशिश करें कि 1 साल की एफडी कराएं और अगले साल चाहे तो फिर से एफडी करा दें। अगर आपने लंबी अवधि के लिए एफडी कराई और ब्याज दर बढ़ गए तो आपको एफडी तुड़वानी पड़ सकती है।