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पालीवाल समाज के मंत्री द्वारा जो संदेश चलाया जा रहा है, उसका कुछ शीर्षक एवं प्वाइंट क्रमांक 1 हकीकत से परे...: शुभम व्यास

इंदौर Published by: paliwalwani Updated Fri, 28 Mar 2025 02:23 AM
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पालीवाल समाज के मंत्री द्वारा जो संदेश चलाया जा रहा है, उसका कुछ शीर्षक एवं प्वाइंट क्रमांक 1 हकीकत से परे...: शुभम व्यास
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आदरणीय समाजजन, मार्गदर्शक

आज के परिपेक्ष्य में आदरणीय मंत्री महोदय द्वारा जो संदेश चलाया जा रहा है उसका कुछ शीर्षक एवं प्वाइंट क्रमांक 1 हकीकत से परे है। आज दिनांक तक पालीवाल समाज के इतिहास में एसा नही हुआ की प्रबंध कार्यकारिणी की गोपनीय चर्चा उस मंच से की जावे जिस मंच पर अपना पक्ष रखने के लिये समाजजनो को रोका जाता है ओर कहा जाता है कि इस मंच पर चर्चा करने से समाज की गरिमा धूमिल हो जाती है।  

जिम्मेदार पद पर आसीन, सत्ता के मद मे चूर होकर प्रभू श्री चारभूजानाथ के समक्ष असत्य कथन कहने वाले सज्जनो से मेरा निवेदन है कि इस मंच पर तो कृपया सत्य बोलो क्योंकी समाजजन आपके कथनो को पढ रहे है ।

आपको दिए गए पत्र में सम्माननीय ने पूर्व में लिखित किसी बात के लिए खेद व्यक्त नहीं किया उन्होंने एसा कब लिखा कि कि पुर्व में जो हमारे द्वारा लिखा गया है वह भ्रामक एवं तथ्य हीन है ।

समाजजनो को यह ज्ञात हो कि हमारे समाज के निरीक्षण समिति सदस्य एवं अन्य गणमान्य सज्जनों के द्वारा किसी व्यक्ति को समझाया गया कि आपके द्वारा जो भी कथन कहे जा रहे है वह एसे है जिससे पालीवाल समाज की गरिमा धुमिल हो रही है इस हेतु आप जो भी लिख रहे है वह सत्य हो सकते है परंतु जिस मंच पर आप यह सब लिख रहे हो उससे समाज की क्षवि धुमिल हो रही है और अपने पितातुल्य इन वरिष्ठ सज्जनो की बात मानते हुऐ सम्माननीय सदस्य ने सामाजिक सोहाद्र बरकरार रहे एसा सोचते हुऐ एक पत्र माननीय अध्यक्षजी को दिया इस पत्र में भी माननीय जिम्मेदारो द्वारा संशोधन कराया गया एवं उन्होंने जो सशर्त क्षमा याचना की थी उस लाइन को कटवाया गया उन्होंने वह भी मान लिया। उस सभा में यह तय किया गया था कि उक्त कोई कार्य दोनो पक्षो द्वारा एसा ना किया जाए जिससे संस्था की गरिमा धुमिल हो परंतु जिम्मेदारो द्वारा उक्त तय सिद्धांतो का उल्लंघन किया। 

इस संदेश के माध्यम से समस्त समाजजनो को यह सूचित करना चाहता हुँ कि माननीय सदस्य के द्वारा कोई भ्रामक कथन प्रेषित नही किया गया है।

में जिम्मेदारो से पुछना चाहता हुँ कि जब अति वरिष्ठजनो के मध्य एक राय बन गयी थी कि सोशल मिडिया पर नही लिखेगें तो पुनः क्यों इस विषय को सोशल मिडिया पर रखकर बुझी इुई आग में घी डालकर पुनः समाजिक सदस्यो का सोहाद्र बिगाडने का प्रयास किया जा रहा है ।

में जिम्मेदारों से यह पूछना चाहता हूं कि हमारे समर्थन में आने वाले सज्जनों की आवाज को क्यों मोन करने की कोशिश की जा रही है। मेंरी सभी समस्त समाजजनो से मार्मिक अपील है कि शीघ्र ही समाजहित को ध्यान में रखते हुए श्री शुभम व्यास के मामले का संपूर्ण पटाक्षेप कर उनकी सदस्यता बहाली का प्रयास किया जावे ।यदि किसी पक्ष द्वारा सक्षम विभागो में कोई कार्यवाही की जाती है एवं उन कार्यवाहियों से यदि समाज को यदि कोई आर्थिक हानि होती है तो उसके जिम्मेदार केवल ओर केवल आपश्री रहेंगे।

सौरभ व्यास

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