जय चारभुजा री
यह बात 30 - 32 वर्ष पूर्व नवरात्रि की हैं. जब मेरी उम्र मात्र लगभग 12 13 वर्ष थी, तब नवरात्रि के दौरान हमारे समाज के युवा उत्सव मनाने थे तथा उस उम्र में मैंने कभी इंदौर शहर के बाहर नहीं जा पाया था तब मेरे बड़े भाई स्वरूप समाजसेवी युवा मुझे सामूहिक रूप से जो वह देवास मां चामुंडा के दरदर्शन करने जाते थे. उसमें मुझे भी दर्शन हेतु ले गए. आज भी प्रभु चारभुजा नाथ के आशीर्वाद से पूरा देश एवं कई विदेश यात्रा कर ली परंतु वह यात्रा आज भी आज भी जेहन में तरोताजा है एवं वह सभी बड़े भाई स्वरूप युवा और कोई नहीं आज के हमारे पालीवाल बजरंग मंडल के सदस्य हैं, जो निस्वार्थ भाव से दशकों से हमारे समाज की सेवा कर रहे हैं. इस मंडल के सदस्य आज सामाजिक व्यवसायिक रूप से अपने-अपने क्षेत्र में ख्यात हैं, परंतु आज भी वहां इसी तरह निस्वार्थ बाहर से समाज सेवा कर रहे हैं,
कुछ वर्षों पूर्व जब से मोबाइल का चलन आ चुका है कुछ लोगों ने अपने समाज के इसी मंडल के साथ जुड़कर समाज सेवा करने के बजाए प्रतियोगिता पूर्वक एक नए मंडल का गठन कर लिया खैर यह उनका नजरिया था. परंतु चुनाव में जो वरिष्ठ समाजसेवी बुजुर्गों अपमान गया करा गया वह थोड़ा कष्टदायक है. यह सब लिखने का तात्पर्य यह है कि आज दशकों से जो पालीवाल बजरंग मंडल जो चारभुजा नाथ पैनल का समर्थन कर रहा है तो यह कहीं ना कहीं उनकी दूरदर्शिता साबित करता है. अतः सभी मतदाताओं से निवेदन है कि अपना अमूल्य वोट चारभुजा नाथ मंडल को देवें.
आपका : राजेश दवे
आपका वोट बुजुर्गों के सम्मान के लिए जो करते हैं अपने (बुजुर्गों) से प्यार वह कैसे कर सकते हैं टीम भूरालाल को समर्थन देने से इंकार आज का युग समाज में भी राजनीति का युग कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. अपना स्वार्थ अहं की तुष्टि समाज में सम्मान का दर्जा प्राप्त करने एवं जनता पर अपने को सर्वोच्च दिखाने की लालसा हर व्यक्ति को समाज की राजनीति में प्रवेश की होती है.
लेकिन समाज के होने पर विराजमान होने वाला व्यक्ति समाज का आईना होते हैं. ऐसी स्थिति में समाज को श्रेष्ठ व्यक्तित्व साफ-सुथरी छवि सेवा भाव और स्वस्थ जीवन जीने वाला व्यक्ति ही समाज को कुछ दे सकता है. समाज का अनुसरण पालन स्वच्छ छवि वाले व्यक्ति ही दे पाते हैं. इसलिए समाज ऐसे व्यक्तियों का प्रवेश चाहती जिसकी छवि संस्कारी हो जो व्यक्ति बड़े बुजुर्गों का अनादर अपमानित करता हो उन्हें दरकिनार करके अपने को श्रेष्ठ मानता हो वह समाज को क्या देगा ? समाज में मात्र स्वच्छ छवि वालों निर्मल मन स्वच्छ विचारधारा दयावान सेवाभावी और उज्जवल जीवन जीने वालों के लिए ही होना चाहिए जो इन मापदंडों पर खरा नहीं उतरे उसे नकार देना ही बेहतर होगा स्वच्छ समाज स्वस्थ समाज प्रगतिशील समाज का निर्माण तभी संभव है!
जीवन खोए अवसर की कहानी ना बने...!
हम ही रे छोड़ कांच के टुकड़ों को नहीं चुने...!!
सब कुछ लुटा के होश में आए तो क्या यह दुख भरा गीत हमारे जीवन की हकीकत ना बने आइए अपना मत रूपी आशीर्वाद श्री चारभुजा सेवा मंडल पैनल को देकर प्रचंड बहुमत से विजय बनाए.
निवेदक : गोपाल दवे प्रवक्ता
पालीवाल समाज चुनाव अभियान समिति इंदौर