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AICTSL के बस ड्राइवर और कंडक्टर के लिए किया गया ओरिएंटेशन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

इंदौर Published by: Anil bagora, Sunil paliwal Updated Mon, 04 Apr 2022 09:53 PM
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महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके साथ सम्मानित व्यवहार के साथ ही, सड़क पर सुरक्षित यातायात में बस ड्राइवर और कंडक्टर निभा सकते हैं विशेष भूमिका

इंदौर : समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके प्रति सम्मान तथा सुरक्षित यातायात एवं अपराध नियंत्रण में प्रशासनिक विभागों के साथ ही समाज के हर व्यक्ति का योगदान जरूरी है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए सेफसिटी कार्यक्रम के अंतर्गत   जिला प्रशासन, महिला बाल विकास विभाग ,पुलिस विभाग, नगरनिगम के संयुक्त तत्वाधान से AICTSL के सभागार में बस ड्राइवर, कंडक्टर, मैनेजमेंट स्टॉफ के लिए एक ओरिएंटेशन प्रशिक्षण  कार्यशाला का आयोजन किया गया।

उक्त कार्यशाला श्री रामनिवास बुधोलिया,जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग जिला इंदौर की अध्यक्षता में  गया, जिसमें प्रशासक  वन स्टॉप सेन्टर एवम नोडल अधिकारी सेफसिटी कार्यक्रम डॉ वंचना सिंह परिहार, पुलिस विभाग से एसीपी  यातायत श्री बसंत कुमार, निरीक्षक सुश्री राधा जामोद,  कार्यालय अतिरिक्त उपायुक्त पुलिस (मुख्यालय) इंदौर , उपनिरीक्षक श्री शिवम ठक्कर ,कार्यालय अतिरिक्त उपायुक्त पुलिस (मुख्यालय) इंदौर,  श्री संदीप त्रिवेदी  AICTL इंदौर के द्वारा उपस्थित उपस्थित बस ड्राइवर कंडक्टर एवं मैनेजमेंट स्टाफ को महत्वपूर्ण जानकारियां के साथ समस्त हेल्पलाइन नंबर, जिला प्रसाशन एवं पुलिस की कार्यवाही से अवगत कराते हुए ट्रैफिक नियमों के बारे में भी जानकारी दी गयी।  महिला सुरक्षा के लिए शपथ ली गयी। 

श्री रामनिवास बुधौलिया जी ने महिला सुरक्षा एवं सम्मान के लिए परिवार से जिम्मेदारी प्रारम्भ करने की बात कही और कहा कि परिवार यदि अपनी बालिकाओं के मन मे सम्मान और आत्मविश्वास लाता है और लड़कों को सम्मान करना सिखाता है तो समाज मे सभी महिलाओ का सम्मान करते हैं। और एक सुझाव दिया कि जैसा व्यवहार हम अपनी बेटी बहन के लिए बर्दाश्त नही कर सकते वैसा व्यवहार दूसरे की बहन बेटी के साथ भी नही करना चाहिए। इतना सुधार  यदि हम खुद में कर ले तो समाज को सुधारने में समय नही लगेगा क्योंकि समाज हमसे आपसे बनता है।

श्री बसंत कुमार कौल जी ने बताया कि कैसे पुलिस के पास प्रकरण दर्ज होने के पश्चात कार्यवाही की जाती है और किस प्रकार से कोई भी महिलाओ की सहायता करने के लिए पुलिस तक पंहुच सकता है। साथ ही उन्होंने ट्रैफिक नियमो की जानकारी देते हुए सुरक्षित यातायात पर भी जोर दिया और कहा कि थोड़ी सी सावधानी व जागरूकता के साथ सड़क पर सुरक्षित यातायात में बस ड्राइवर एवं कंडक्टर बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। 

डॉ परिहार के द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन करते हुए विस्तार से सभी पहलुओं का प्रशिक्षण दिया गया और  महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को बताते हुए।  इन घटनाओं की रोकथाम व महिलाओं की सुरक्षा व उनके साथ सम्मानित व्यवहार के लिए समाज की भूमिका के साथ ही बस ड्राइवर और कंडक्टर की भूमिका क्या होनी चाहिए पर चर्चा की गई।

सुश्री राधा जामोद ने सभी को पुलिस की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया और सबसे वचन लिया कि वो बालिकाओं की शादी 18 से कम उम्र में नही करवाएंगे और  बालिकाओं की सुरक्षा के लिए अपनी भूमिका से पीछे नही हटेंगे तथा  सुरक्षित इंदौर बनाने में अपनी सहभागिता देंगे। श्री शिवम ठक्कर ने सिटीजन कॉप, 112 एप और जीआरपी, महिला हेल्पलाइन app की बारीकी से जानकारी दी और सभी को महिलाओं की सुरक्षा के साथ साथ यातायात सुरक्षा के गुण सिखाये।

श्री संदीप त्रिवेदी जी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया ,और समस्त स्टॉफ को निर्देशित किया कि महिलाओं की सुरक्षा को AICTSL की पहली प्रथमिकता बनाते हुए सभी इसका पालन करेंगे और साथ ही उन्होंने सभी को AICTSL की कार्यप्रणाली से अवगत करवा कर  आगामी कार्ययोजना बताई।

सुश्री जया शेट्टी ,राष्ट्रीय समन्वयक ,अक्षर सामाजिक सेवा समिति, श्री अखिलेश नेमा, सचिव, उन्नत मानवता सामाजिक संस्था, सोनू झा, अध्यक्ष, न्यू जीवन छवि संस्थान, योगीता पाटिल, परवोलेंटीआर सेफसिटी कार्यक्रम भी उपस्थित हुए और अपनी भूमिका का निर्वहन किया। अंत मे सभी को हेल्पलाइन नंबर के पोस्टर और पम्पलेट वितरण के साथ सभी ने महिला सुरक्षा की शपथ भी ली गयी।

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