इंदौर : गजासीन शनि धाम के अधिष्ठाता प्रसिद्ध शनि उपासक महामंडलेश्वर दादू महाराज के जीवन मूल्यों एवं जीवन चरित्र पर आधारित पुणे के लेखक विजय विश्वरूप द्वारा लिखी हुई पुस्तक "सहज, सरल, सुलभ संत श्री दादू महाराज" का विमोचन रविवार को अभिनव कला समाज सभागृह पर हुआ.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महानायक अमिताभ बच्चन के साथ सरकार फिल्म व सन्नी देओल के साथ कई फिल्मों व 13 से अधिक सीरियल में अभिनय करने वाले प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता करण कपूर, नीरजा, अकीरा, बार-बार देखो फिल्म व पेशवा बाजीराव में रानी येसुबाई का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री कीर्ति अड़ाकर उपस्थित थे.
अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण कुमार अष्ठाना, युवा विधायक गोलू शुक्ला, श्री राम कथावाचक मोहन भाई जी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय कुलगुरु डॉ. रेणु जैन, प्रसिद्ध चाइल्ड आर्टिस्ट अजिंक्य मिश्रा मुम्बई भी मौजूद थी.
दादू महाराज के भक्तो की संख्या अब शहर तक सीमित नही है. उनके शिष्य पूरे देश में है, विदेश में भी है, वे राष्ट्रीय संत तो है ही वे हमारी धरोहर भी है. यह कहना है अतिथियों का वे दादू महाराज के जीवन पर आधारित पुस्तक के विमोचन समारोह में बोल रहे थे.
लेखक विजय विश्वरूप ने पुस्तक की विषय वस्तु की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पुस्तक में दादू महाराज के बचपन की यादों के साथ शिक्षा, व्यवसाय, नौकरी, साधना, गुरुजनों की जानकारी, साधना काल, तपस्या की जगह, जीवन परिवर्तन, दिशा परिवर्तन, दीक्षा, शिष्य मंडल का विस्तार, भक्तो शिष्यों के संस्मरण, अनुभव, दादू महाराज के कहे गए अनमोल वचन, प्रवचन, आदि को समाहित किया जाकर पुस्तक को सर्वव्यापी, सर्व उपयोगी बनाया गया है.
मुख्य अतिथि फिल्म अभिनेता करण कपूर ने बताया कि मेरा दादू महाराज से परिचय को अधिक समय नहीं हुआ. लेकिन उनकी देव स्वरूप वाणी और आभा मुझे प्रोत्साहित करती है.
गोलू शुक्ला ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा की दादू महाराज ने शनि देव के प्रति अनेक भ्रांतियों को दूर कर उनसे प्रेम करना देश को सिखाया है. जयंत करंदीकर ने अपने परिवार के अनुभवों के साथ गुरुजी की अनेक बातो को सबके सामने रखा.
अतिथियों का स्वागत मनोज हार्डिया, विजय अंबेकर, आशीष साहू, संजय अग्रवाल, संदीप अंबेकर ने किया. इस अवसर पर खिरकिया बीजेपी पूर्व पार्षद आशीष अग्रवाल, समाज सेवी मोहनलाल सोनी, बीजेपी पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष रघु यादव, मराठा समाज अध्यक्ष गिरीश चव्हाण, एडवोकेट कैलाश शर्मा, नरहरी शास्त्री काका, बेलापुरकर गुरुजी, अविनाश पचौरी, पंडित अशोक शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
आयोजन की एक ओर विशेषता रही की गुरुजी मंच पर नही चढ़े. वे सभी के साथ नीचे ही बैठे रहे. संभवतः यह पहला आयोजन था जिसमे पुस्तक जिस पर लिखी गई वह मंच पर नही नीचे ही बैठे थे. कार्यक्रम की सूत्रधार श्रीमती अलका सैनी रही वहीं पुस्तक प्रकाशक मुकेश इंदौरी ने आभार माना.